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December 12, 2024 11:21 pm

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इस भोली-भाली सूरत के पीछे एक महिला नहीं, हैवान का दिल बसता है, कारनामे आपके होश उड़ा देगी

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ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट

कानपुर। कानपुर में दसवीं के छात्र कुशाग्र कनोडिया हत्याकांड में रविवार को आरोपितों रचिता वत्स, प्रभात शुक्ला और शिवा गुप्ता को तीन दिन की रिमांड पर जेल से बाहर लाया गया।

आरोपितों ने बताया कि कुशाग्र की हत्या फिरौती के लिए ही की थी। रकम मिलते ही प्रभात कुशाग्र का शव टुकड़ों में काट देता। फिर उसे गंगा में बहा देता। जिसके लिए आरोपितों ने जेके टेंपल के पास से चापड़ भी खरीदकर रख लिया था। टुकड़ों को फेंकने के लिए पॉलीथिन के बैग भी रखे थे। पुलिस ने चापड़ और बैग बरामद कर लिए हैं।

क्राइम ब्रांच में रखकर आरोपितों से पूछताछ की गई। पुलिस सूत्रों के मुताबिक हत्यारोपितों ने बताया कि कुशाग्र की हत्या करने के बाद वह फिरौती के 30 लाख रुपये की रकम वसूलना चाहते थे। कुशाग्र और रचिता का कोई संबंध नहीं था। आरोपितों का प्लान था कि रकम मिलने के बाद वह कुशाग्र के शव के टुकड़े कर ठिकाने लगा देंगे। पूर्व नियोजित साजिश के तहत उन्होंने चापड़ भी खरीद रखा था।

कराया गया तीनों का आमना-सामना

हत्यारोपितों को सुबह 935 बजे जेल से पुलिस कस्टडी रिमांड पर बाहर लाया गया। पुलिस वैन से फजलगंज, नजीराबाद, बेकनगंज, चमनगंज और बजरिया क्षेत्र में घुमाया गया। पुलिस टीम उन्हें क्राइम ब्रांच ले गई। बाद में तीनों का आमना सामना कराकर पूछताछ की गई।

वीडियो ऐसा बनाया कि लगे जिंदा है वो

कुशाग्र की हत्या करते ही प्रभात ने उसकी लाश का वीडियो बनाया था और उसे कुशाग्र के मोबाइल पर भेज दिया था। उसने सोचा था कि पत्र पढ़ने के बाद जब घरवालों को जरीब चौकी क्रॉसिंग के पास दबा उसका मोबाइल मिलेगा तो वह उसका वीडियो देखते ही रकम भेज देंगे। पुलिस ने आरोपितों की निशानदेही पर कुशाग्र कनोडिया का मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया है।

मुझे लगा मैं फिरौती की रकम पा लूंगा

सूत्रों के मुताबिक पूछताछ में प्रभात पुलिस से बोला.. कुशाग्र को मारने के बाद मुझे लगा कि हम फिरौती की रकम पा लेंगे और जिस तरह से मैंने कुशाग्र की स्कूटी छोड़ी थी और भिजवाए पत्र में दबे फोन की जानकारी थी। उससे परिवार वाले डर कर बिना कहीं सूचना दिए हमें रकम दे देते। इसीलिए वीडियो भी फोन पर भेजा था। वीडियो ऐसा बनाया था कि वह लाश न लगे। मुझे इस बात का अंदाजा नहीं था कि सीसीटीवी फुटेज में मेरी फुटेज कैद हो रही है। जहां मैंने स्कूटी छोड़ी और मोबाइल दबाया था वहां थोड़ी दूर पर ही सीसीटीवी कैमरा लगा था। पुलिस पहले न पकड़ लेती तो मैं कुशाग्र के टुकड़े करके गंगा में बहा देता।

पुलिस ने कहा

कानपुर के ज्‍वाइंट सीपी आनंद प्रकाश तिवारी ने कहा कि फिरौती के लिए ही आरोपितों ने छात्र की हत्या की थी। छात्र का मोबाइल और चापड़ बरामद कर लिया है। फोरेंसिक जांच के लिए वीडियो भी बनवा लिए गए हैं। जल्द से जल्द चार्जशीट दाखिल कर दी जाएगी।

बरामद फुटेज के अनुरूप फोरेंसिक ने बनाए वीडियो

रविवार को फोरेंसिक टीम ने आरोपितों का उसी एंगल से वीडियो बनाया। जिस एंगल से वे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए थे। वीडियो में दिख रहे शख्स और आरोपितों की कद काठी का मिलान किया जाएगा। इसका मिलान कराने के लिए फुटेज और वीडियो लखनऊ स्थित फोरेंसिक लैब भेजे जाएंगे।

इस तरह के वीडियो बनाए शिवा गुप्ता जब कनोडिया परिवार के यहां पत्र देने गया था तो वह सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ। जब उसने स्कूटी खड़ी की तो पीछे का हिस्सा आया। लौटते वक्त हेलमेट लगाए था। फोरेंसिक टीम ने उन्हीं दो एंगल पर शिवा गुप्ता का वीडियो बनाया। दूसरे वीडियो में जीटी रोड पर प्रभात कुशाग्र की स्कूटी खड़ी करते दिख रहा है। सड़क पार लगे कैमरे में उसकी फुटेज कैद हुई थी। उतनी ही दूरी से प्रभात का वीडियो फोरेंसिक टीम ने बनाया।

तीसरा वीडियो ओम नगर स्थित प्रभात के हाते के गलियारे का है। जिसमें प्रभात का चेहरा साइड से दिखता है और हेलमेट लगाए कुशाग्र का पिछला हिस्सा आ रहा है। फोरेंसिक टीम ने उसी तरह का वीडियो प्रभात का बनाया।

कुशाग्र के लिए निकाला कैंडल मार्च

कुशाग्र की आत्मा की शांति के लिए सुभाष यूथ सोसाइटी के तत्वावधान में घंटाघर स्थित भारत माता प्रतिमा स्थल पर कैंडल मार्च निकाला गया। ज्ञानेश मिश्र, आलोक मिश्र, कुशाग्र के मामा सोनू अग्रवाल, पीके शुक्ला, अब्दुल वहीद आदि रहे।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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