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November 21, 2024 5:38 pm

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बस जुल्फों को लहराने भर से बरस जाते थे पैसे, अचानक राज खुली तो…पढिए क्या हुआ फिर? 

10 पाठकों ने अब तक पढा

परवेज़ अंसारी की रिपोर्ट

दिल्ली, देश की राजधानी, हर दिन नए-नए घटनाओं का केंद्र बनी रहती है। हाल ही में, दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक ऐसी महिला को गिरफ्तार किया है, जिसने सरकारी टेंडर दिलाने का झांसा देकर करोड़ों रुपये की ठगी की है। 

यह महिला, 36 साल की मीनाक्षी अग्रवाल, गुजरात की रहने वाली है और अपने ठाठ-बाठ वाले जीवन और आकर्षक अंदाज से लोगों को ठगने में माहिर थी।

मीनाक्षी की गिरफ्तारी के पीछे कई धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं। वह लोगों को रेलवे, हेल्थ, भवन निर्माण, और अन्य सरकारी टेंडरों में काम दिलाने का आश्वासन देती थी और इसके एवज में एडवांस के तौर पर करोड़ों रुपये ले लेती थी। 

उसका शिकार बनने वाले लोग उसकी लग्जरी लाइफस्टाइल और कथित ‘गुजरात कनेक्शन’ से प्रभावित होकर बड़ी-बड़ी रकम सौंप देते थे।

दिल्ली के डाबरी इलाके के रहने वाले विजय राज ने 2021 में मीनाक्षी और उसके पति अभिषेक अग्रवाल के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी। 

विजय का कहना था कि मीनाक्षी और अभिषेक ने उनसे 50 लाख रुपये मुनाफे का लालच देकर बड़ी राशि निवेश करवाई, लेकिन बाद में उनका पैसा डूब गया। इसी तरह राहुल गुप्ता नाम के एक और व्यक्ति ने 3.18 करोड़ रुपये रेलवे टेंडर में निवेश करने का झांसा देने के बाद मीनाक्षी द्वारा गायब हो जाने की शिकायत की थी।

मीनाक्षी का परिवार 2002 में अहमदाबाद से दिल्ली के उत्तम नगर आकर बसा था। उसने विष्णु गार्डन सरकारी स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की। दिल्ली में उसकी मुलाकात अभिषेक से हुई और दोनों ने 2011 में शादी कर ली। 2014 में जब केंद्र में मोदी सरकार आई, तो मीनाक्षी और अभिषेक ने अपने ‘गुजरात कनेक्शन’ का फायदा उठाकर लोगों को ठगने का धंधा शुरू कर दिया।

गुरुवार को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मीनाक्षी को राजस्थान के जयपुर से गिरफ्तार किया। उस पर दिल्ली में कई एफआईआर दर्ज हैं और पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया था। पुलिस की पूछताछ में मीनाक्षी ने कई चौकाने वाले खुलासे किए हैं, जिनसे पुलिस भी हैरान है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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