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November 1, 2024 4:00 pm

गंभीर रूप से घायल असम निवासी का सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में सफल निःशुल्क इलाज, परिवार ने किया आभार व्यक्त

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अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट

उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के सैफई गांव में स्थित उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में असम के निवासी श्री श्याम लाल खरिया को बीते महीने की 7 तारीख को भर्ती कराया गया था। 

यह मरीज़ जम्मू से गुवाहाटी की यात्रा कर रहा था, जब इटावा जंक्शन पर ट्रेन चढ़ने के दौरान उसे गंभीर चोटें आईं। तत्काल उसे इटावा जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के इमरजेंसी और ट्रॉमा विभाग में रेफर कर दिया।

मरीज को तुरंत अस्पताल में निःशुल्क इलाज प्रदान किया गया, और बाद में ऑर्थोपेडिक विभाग में भर्ती कराया गया। 

36 वर्षीय श्याम लाल का इलाज विश्वविद्यालय के ऑर्थोपेडिक विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. राजीव कुमार की देखरेख में हुआ। मरीज़ की स्थिति गंभीर थी, और साथ में कोई परिजन भी मौजूद नहीं था, जिससे उसकी देखभाल एक बड़ी चुनौती बन गई थी। इस परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एस. पी. सिंह ने मरीज़ के सभी आवश्यक परीक्षणों और इलाज को निःशुल्क कराने का आदेश दिया। इसमें एक्स-रे, खून जांच, और अन्य जरूरी इलाज शामिल थे।

अस्पताल के सामाजिक सेवा अधिकारी श्री मनोज कुमार मौर्य ने मरीज़ के इलाज में हर संभव मदद की। 

मरीज़ के पास कोई पहचान पत्र नहीं था, जिसके कारण उसके परिजनों से संपर्क करना मुश्किल हो गया। काफी प्रयासों के बावजूद कोई संपर्क स्थापित नहीं हो सका, लेकिन इलाज बिना रुके जारी रहा। 

मरीज की हालत को देखते हुए उसकी बाएं पैर के निचले हिस्से की सफल सर्जरी भी निःशुल्क की गई।

इसी बीच, अस्पताल के सेल फोन पर असम के जियाझुड़ी स्थित टी-स्टेट कंपनी के मैनेजर ललित झा का संदेश प्राप्त हुआ। इस संदेश में मरीज़ की जानकारी और स्थिति के बारे में पूछा गया था, जिससे पता चला कि मरीज़ की बेटी उस कंपनी में काम करती थी। इस संदेश के आधार पर लगातार प्रयासों के बाद मरीज़ के परिजनों से संपर्क हो सका, और इसके बाद अस्पताल के कर्मचारियों ने मरीज़ की स्थिति की जानकारी उनके परिवार को देना शुरू किया।

लगभग डेढ़ महीने चले इस इलाज के बाद मरीज़ की स्थिति में सुधार हुआ, और डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ, और अन्य अस्पताल कर्मचारियों की कड़ी मेहनत और समर्पण से मरीज़ की जान बचाई जा सकी। 

अब मरीज़ पूरी तरह स्वस्थ है, और उसे 21 सितंबर 2024 को उसकी बेटी और दामाद के साथ सरकारी एम्बुलेंस द्वारा इटावा जंक्शन तक भेजने की तैयारी की जा रही है।

मरीज़ और उसके परिजनों ने अस्पताल के सभी अधिकारियों, डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ, MSSO संवर्ग, और अन्य कर्मचारियों का तहे दिल से आभार व्यक्त किया और उनके प्रयासों की सराहना की।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."