हिमांशु नौरियाल की रिपोर्ट
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में जनसांख्यिकी परिवर्तन की समस्या का समाधान करने के लिए चलाए जा रहे सत्यापन अभियान को और अधिक तेज़ी से आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई है। उन्होंने कहा कि यह अभियान राज्य की सांस्कृतिक पहचान और जनसांख्यिकीय संतुलन को बनाए रखने के लिए आवश्यक है। शनिवार को देहरादून के आईआरटीडी सभागार में पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार उत्तराखंड की मौलिक संस्कृति को संरक्षित रखने के लिए पूरी तरह से प्रयासरत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में चल रहे सत्यापन अभियान से सकारात्मक परिणाम मिले हैं और यह अभियान और भी तेज़ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश में अवैध अतिक्रमण के खिलाफ भी सख्त कदम उठा रही है और विशेष रूप से महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री धामी ने जम्मू-कश्मीर के आगामी विधानसभा चुनावों के बारे में भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद कश्मीर में पत्थरबाजी की घटनाएं कम हो गई हैं और अब राज्य में “न्यूनतम आतंकवाद और अधिकतम पर्यटन” देखा जा रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी के ‘एक देश, एक विधान और एक निशान’ के सपने को साकार किया गया है।
धामी ने विश्वास जताया कि जम्मू-कश्मीर में चुनावों को लेकर जनता में भारी उत्साह है और इसका परिणाम भी सकारात्मक रहेगा।
Author: samachar
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