रईस मोहम्मद की रिपोर्ट
लखनऊ, उत्तर प्रदेश की राजधानी, में एक सात साल की बच्ची, नशरा, बुधवार को हुई भारी बारिश के दौरान एक नाली में गिर गई और तब से उसका कोई पता नहीं चल पा रहा है।
वजीरगंज इलाके में घटी इस घटना के बाद से लगातार सर्च ऑपरेशन जारी है, लेकिन चौथे दिन शनिवार तक भी बच्ची का कुछ सुराग नहीं मिला।
बच्ची की तलाश के लिए नगर निगम की टीम, एसडीआरएफ (राज्य आपदा मोचन बल), पुलिस, और गोताखोरों की टीम दिन-रात जुटी हुई है।
इस सर्च ऑपरेशन में नगर निगम के 30 कर्मचारी, एसडीआरएफ के 20 जवान, 25 पुलिसकर्मी और 5 गोताखोर शामिल हैं। बच्ची की संभावित जगहों पर नाले और गोमती नदी दोनों जगहों पर तलाश की जा रही है, क्योंकि यह आशंका है कि बच्ची बारिश के पानी के बहाव के साथ गोमती नदी में बह गई होगी।
तलाशी अभियान में नवीनतम तकनीकों का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। नाले के संकरे हिस्सों में पहुंचने के लिए सोनार तकनीक वाले रिमोट ऑपरेटिंग व्हीकल (आरओवी) का प्रयोग किया गया, जो कि लगभग पांच घंटे तक चलाया गया।
इसके साथ ही, रॉफ्टर मशीन का भी इस्तेमाल किया गया जिसमें वॉटरप्रूफ सेंसर कैमरे लगे थे, जिनसे नाले के गंदे पानी में तलाश की गई। नगर निगम के अधिकारी अमरजीत यादव ने बताया कि कैमरे से लैस छह गोताखोरों ने भी नाले में उतरकर बच्ची को ढूंढने की कोशिश की।
यह सर्च ऑपरेशन मल्लाही टोला से लेकर गोमती नदी तक, लगभग डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर चलाया गया।
इसके अलावा, चौक फायर स्टेशन की टीम भी कांटों की मदद से बच्ची की तलाश कर रही है। मुख्य अग्निशमन अधिकारी (सीएफओ) मंगेश कुमार ने बताया कि इस पद्धति से भी बच्ची का कोई पता नहीं चल सका।
नदी में बच्ची की तलाश को लेकर एसडीआरएफ और गोताखोरों की टीम ने गुरुवार से शनिवार तक लगातार प्रयास किया, लेकिन नतीजा अब तक शून्य ही रहा है।
वजीरगंज के इंस्पेक्टर दिनेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि बच्ची की खोजबीन के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है, लेकिन अभी तक कोई ठोस सुराग नहीं मिल पाया है।
Author: samachar
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