इरफान अली लारी की रिपोर्ट
देवरिया, कलेक्ट्रेट स्थित कार्यकक्ष में जिलाधिकारी श्रीमती दिव्या मित्तल की अध्यक्षता में बाल कल्याण समिति की त्रैमासिक समीक्षा बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में जिले के विभिन्न बाल कल्याण अधिकारियों ने भाग लिया, जिनमें जिला परिवीक्षा अधिकारी अनिल कुमार सोनकर, संरक्षण अधिकारी जय प्रकाश तिवारी, समिति के अध्यक्ष सावित्री राय, और सदस्य डॉ. विरेंद्र मणि त्रिपाठी, मंत्री सिंह, सुबास पाण्डेय, एवं विवेकानंद प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
बैठक के दौरान जिला परिवीक्षा अधिकारी ने एजेण्डावार समीक्षा प्रस्तुत की और बताया कि बाल कल्याण समिति का कार्यालय राजकीय बाल गृह (बालक) देवरिया में संचालित हो रहा है। वर्तमान में इस समिति में एक अध्यक्ष और चार सदस्य शामिल हैं।
समिति का कार्यकाल जुलाई 2024 में तीन वर्ष पूर्ण हो चुका है, जिसके उपरांत निदेशालय द्वारा नए बाल कल्याण समिति के चयन तक मौजूदा समिति की सेवाओं को विस्तार दिया गया है।
बाल कल्याण समिति के द्वारा किशोर न्याय (बालकों के देख-रेख एवं संरक्षण) अधिनियम-2015 के नियम 16 के तहत बच्चों के सर्वोत्तम हित में कार्य करने का प्रावधान है।
समीक्षा के दौरान बताया गया कि अप्रैल 2024 से अगस्त 2024 तक कुल 262 बच्चे बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किए गए, जिनमें से 256 बच्चों के मामलों का निस्तारण करते हुए उन्हें उनके परिवारों में पुनर्वासित कराया गया। बाकी 6 बच्चों में से 3 बालिकाओं को राजकीय बाल गृह (बालिका) बलिया, 2 बालकों को राजकीय बाल गृह (बालक) देवरिया, और 1 शिशु को एशियन सहयोगी संस्थान गोरखपुर में आवासित कराया गया है।
लंबित मामलों के संबंध में जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि सभी लंबित प्रकरणों की पूरी जांच के बाद पूर्ण विवरण के साथ पुनः पत्रावली प्रस्तुत की जाए।
बैठक के बाद जिलाधिकारी ने राजकीय बाल गृह (बालक) में संचालित बाल कल्याण समिति के कार्यालय का निरीक्षण भी किया और समिति को किशोर न्याय अधिनियम के प्रावधानों के अंतर्गत बच्चों के हित में कार्य करने के निर्देश दिए।
Author: samachar
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