चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
अयोध्या से एक बेहद दर्दनाक और खौफनाक घटना सामने आई है, जिसमें एक युवक ने अपनी पूर्व प्रेमिका की बेरहमी से हत्या कर दी। पुलिस की जानकारी के अनुसार, जब आरोपी युवक को यह पता चला कि उसकी पूर्व प्रेमिका किसी और के साथ रिश्ते में है, तो उसने गुस्से में आकर इस भयावह कदम को अंजाम दिया। आरोपी ने पहले लड़की की हत्या की, और फिर उसकी पहचान मिटाने के लिए उसके शव को केमिकल से जलाकर एक खंडहर में फेंक दिया। इसके बाद, हत्यारे ने लड़की की मां को फोन करके बताया कि उनकी बेटी का शव रेलवे स्टेशन के पास पड़ा है। पुलिस ने इस मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए 12 घंटे के भीतर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और इस जघन्य हत्या की घटना का खुलासा कर दिया।
हत्या की वजह और घटना का विवरण
पुलिस के अनुसार, अंबेडकरनगर की 21 वर्षीय सविता की हत्या उसके पूर्व प्रेमी दिलीप ने की। दिलीप को शक था कि सविता का किसी और के साथ अफेयर चल रहा है, और पूछताछ के दौरान यह बात सच साबित हुई। दिलीप इस बात से बेहद परेशान था, और उसने सविता को धोखे से मिलने के लिए अयोध्या बुलाया। वहां पहुंचने के बाद दिलीप ने सविता की निर्मम हत्या कर दी। हत्या के बाद, उसने सविता के शव को रेलवे स्टेशन के पास स्थित एक पुराने खंडहर में फेंक दिया।
मां को फोन कर दी जानकारी
हत्या के बाद दिलीप ने सविता की मां को फोन कर बताया कि उनकी बेटी का शव रेलवे स्टेशन के पास पड़ा हुआ है। यह खबर सुनकर सविता की मां, कमला देवी, तुरंत अंबेडकरनगर के अकबरपुर कोतवाली क्षेत्र के गोसाईगंज थाने पहुंची और पुलिस को इस घटना की सूचना दी। पुलिस तुरंत सक्रिय हो गई और रेलवे स्टेशन के पास स्थित एक पुराने पोस्ट ऑफिस बंगले के खंडहर से सविता का शव बरामद किया। हालांकि, शव के सिर्फ हाथ और पैर ही मिले, जबकि पेट से छाती का हिस्सा और सिर गायब था।
त्वरित पुलिस कार्रवाई
अयोध्या में इस तरह की भयानक हत्या की घटना के बाद पुलिस पर भारी दबाव था। पुलिस के वरीय अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए, महज 12 घंटे के भीतर आरोपी दिलीप को गिरफ्तार कर लिया। जब पुलिस ने दिलीप से सख्ती से पूछताछ की, तो उसने बताया कि उसने शव को जलाने के लिए केमिकल का इस्तेमाल किया था। पुलिस ने शव के बचे हिस्से को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और अब वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाकर जांच पूरी करने और आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने की कोशिश कर रही है।
यह घटना न केवल बेहद दर्दनाक है, बल्कि समाज में फैल रही नफरत और असहिष्णुता का भी एक गंभीर उदाहरण है।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने एक बड़ी सफलता हासिल की है, लेकिन इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं जो समाज में व्याप्त हिंसा और संबंधों में बढ़ती कड़वाहट की ओर इशारा करते हैं।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."