नौशाद अली की रिपोर्ट
शुक्रवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने उत्तर प्रदेश के दो प्रमुख शहरों, प्रयागराज और महराजगंज, में छापेमारी की। यह कार्रवाई अर्बन नक्सल फंडिंग से जुड़े एक मामले में की गई थी। छापेमारी की यह कार्रवाई सुबह 6 बजे शुरू हुई और लगभग 7 घंटे तक चली।
इस दौरान NIA ने प्रयागराज में इंकलाबी छात्र मोर्चा के एक सदस्य के बारे में पूछताछ की और एक छात्र को हिरासत में लिया। महराजगंज में भी दो युवकों को हिरासत में लिया गया।
प्रयागराज में NIA की टीम ने शहर के कर्नलगंज इलाके में छापा मारा, जहां इंकलाबी छात्र मोर्चा से जुड़े देवेंद्र आजाद के बारे में पूछताछ की गई। इस दौरान जज की तैयारी कर रहे एक और युवक को भी डिटेन किया गया।
NIA ने एक लॉज की भी तलाशी ली, जहां आगरा के रहने वाले एक छात्र से पूछताछ की गई। यह छात्र शिवकुटी थाना क्षेत्र के गोविंदपुर इलाके में स्थित एक लॉज में PCS-J की तैयारी कर रहा था।
NIA ने सुबह 6 बजे लॉज में छापेमारी की और कई घंटे तक पूछताछ की, जिसके बाद टीम उसे दूसरी जगहों पर भी लेकर गई। बताया जा रहा है कि यह छात्र देवेंद्र आजाद के संपर्क में था।
महराजगंज में NIA ने निचलौल थाना क्षेत्र के करमहिया गांव में रेड की। NIA, स्वाट टीम और स्थानीय पुलिस ने मिलकर एक युवक के घर पर छापा मारा, जहां लगभग 4 घंटे तक घर की गहनता से तलाशी ली गई।
इस दौरान टीम ने युवक के परिवार वालों से भी पूछताछ की। छापेमारी के बाद टीम ने छेदी गुप्ता के बेटे जितेंद्र गुप्ता को हिरासत में लिया और मुसहर बस्ती के गांव डोमा पहुंची, जहां जितेंद्र का मेडिकल स्टोर है। यहां से भी एक युवक को डिटेन किया गया।
फिलहाल, स्थानीय पुलिस इस एक्शन के बारे में कुछ भी बताने से इनकार कर रही है। पुलिस का कहना है कि NIA इस मामले में दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकती है।
सूत्रों के मुताबिक, NIA प्रयागराज और महराजगंज से डिटेन किए गए युवकों की निशानदेही पर अन्य स्थानों पर भी छापेमारी कर रही है। जांच दल ने कई इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य, जैसे मोबाइल, लैपटॉप, पेन ड्राइव, और सिम कार्ड, भी जुटाए हैं, जिनकी जांच की जा रही है।
Author: samachar
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