मेघा तिवारी की रिपोर्ट
दतिया जिले के भांडेर तहसील से एक बेहद शर्मनाक घटना सामने आई है। एक महिला पत्रकार के साथ भांडेर के एसडीएम नीरज शर्मा पर छेड़छाड़ का गंभीर आरोप लगाया गया है। इस घटना ने प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं, क्योंकि पीड़ित महिला पत्रकार को अब तक न्याय नहीं मिला है।
घटना के अनुसार, महिला पत्रकार का एक मामला भांडेर एसडीएम के पास चल रहा था। इसी सिलसिले में वह एसडीएम कार्यालय गई थीं। वहां, एसडीएम के बाबू कमलेश श्रीवास्तव ने उन्हें एसडीएम के कक्ष में बुलाया। महिला पत्रकार ने पहले तो मना किया, लेकिन बार-बार कहने पर वह एसडीएम के कक्ष में चली गईं।
महिला पत्रकार का आरोप है कि एसडीएम नीरज शर्मा ने उनके साथ अश्लील बातें कीं और गलत नीयत से हाथ पकड़कर छीना-झपटी की। जब उन्होंने इसका विरोध किया, तो एसडीएम ने उन्हें धमकी दी।
महिला पत्रकार ने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की, लेकिन भांडेर थाने में उनकी शिकायत नहीं ली गई। इसके बाद उन्होंने दतिया पुलिस अधीक्षक और जिला कलेक्टर को अपनी शिकायत दर्ज कराई। घटना के दस दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब तक प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
इस बीच, महिला पत्रकार और उनके परिवार को जान से मारने की धमकियां भी मिल रही हैं। महिला पत्रकार ने बार-बार यह मांग की है कि एसडीएम के कक्ष में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को देखा जाए, ताकि सच्चाई सामने आ सके। लेकिन प्रशासन की ओर से इस दिशा में भी कोई पहल नहीं की गई है, जिससे यह संदेश मिल रहा है कि एसडीएम का बचाव किया जा रहा है।
जब हमारे संवाददाता ने इस मामले में एसडीएम और कलेक्टर से संपर्क किया, तो एसडीएम ने बताया कि उन्होंने इस घटना की जांच के लिए उच्च अधिकारियों को लिखित में आवेदन दिया है। लेकिन जांच में हो रही देरी से प्रशासन पर सवाल उठने लगे हैं, और लोग यह जानना चाहते हैं कि आखिर कब तक पीड़ित महिला पत्रकार को न्याय मिलेगा।
Author: samachar
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