सुमित गुप्ता की रिपोर्ट
भोजली महोत्सव समिति, बिलासपुर द्वारा आयोजित भोजली महोत्सव छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति, प्रकृति और आध्यात्मिक धरोहर का प्रतीक है। इस महोत्सव का आयोजन छत्तीसगढ़ में मित्रता और सद्भावना के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है।
सावन महीने के नाग पंचमी से लेकर रक्षाबंधन के दूसरे दिन तक चलने वाला यह पर्व भाद्रपद कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा को समाप्त होता है। इस दौरान महिलाएं टोकनी में गेहूं, जौ, तिल आदि के बीज बोती हैं और प्रतिदिन इनकी पूजा और सेवा करती हैं। भाद्रपद की प्रतिपदा को इनकी पूजा के बाद इन्हें विसर्जित किया जाता है।
भोजली महोत्सव के संरक्षण और इसे बढ़ावा देने के उद्देश्य से भोजली महोत्सव समिति, बिलासपुर द्वारा 19 वर्षों से भोजली प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है।
इस वर्ष भी इस प्रतियोगिता का आयोजन भोजली घाट, विवेकानंद नगर, तोरवा वार्ड नंबर 41 में किया गया, जिसमें सैकड़ों प्रतिभागियों ने भाग लिया।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्री राम शरण यादव, नगर निगम बिलासपुर के प्रतिनिधि, और अजय यादव, एम आई सी सदस्य, की उपस्थिति रही। भोजली दाई और छत्तीसगढ़ महतारी की पूजा के बाद अतिथियों का पुष्प माला और पुष्प गुच्छ से स्वागत किया गया।
समिति के अध्यक्ष शंकर यादव ने स्वागत भाषण में बताया कि भोजली महोत्सव समिति पिछले 19 वर्षों से इस आयोजन को सफलतापूर्वक संपन्न कर रही है।
उन्होंने भोजली घाट पर मंच निर्माण और भोजली पर्व पर सामान्य अवकाश घोषित करने की मांग की। कार्यक्रम के प्रथम चरण में छत्तीसगढ़ी लोककला मंच फूल भंवरा के कलाकारों द्वारा गीत और नृत्य का मनोरंजक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।
प्रतियोगिता में आए प्रतिभागियों का पंजीयन किया गया, जिसके बाद बच्चों द्वारा मंच पर गीत और नृत्य प्रस्तुत किए गए।
कार्यक्रम में मितानिन के रूप में श्रीमती रमौतीन केंवट और श्रीमती अरु निषाद को सम्मानित किया गया। इस आयोजन में विशेष अतिथि के रूप में देव यादव, राम जी यादव (छालीवुड के हास्य कलाकार), दूजे निषाद (ढोलढोल), और सोना मनीषा वर्मा उपस्थित रहे। प्रसिद्ध साहित्यकार मीर अली मीर ने “नन्दा जाही का रे” गीत प्रस्तुत किया, जिससे दर्शकों में उत्साह का संचार हुआ।
मुख्य अतिथि श्री राम शरण यादव ने अपने संबोधन में भोजली पर्व की शुभकामनाएं दीं और कार्यक्रम में निरंतर सहयोग देने का आश्वासन दिया।
कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागियों को पुरस्कार वितरित किए गए। प्रथम पुरस्कार सरिता ग्रुप, द्वितीय पूर्णिमा ग्रुप, तृतीय सुमन ग्रुप, चतुर्थ पल्लवी पटेल ग्रुप, पांचवा तानिया ग्रुप, और छठवां वीणा सिंह ग्रुप को प्रदान किया गया।
कार्यक्रम का संचालन श्रीमती डॉ. सुनीता मिश्रा ने किया, और निर्णायक मंडल में सहदेव कैवर्त, देवानंद दुबे, और यशोदा सिंह उइके शामिल थे।
आभार प्रदर्शन समिति के संयोजक गंगेश्वर सिंह उइके ने किया। इस सफल आयोजन में समिति के अध्यक्ष शंकर यादव, गंगेश्वर सिंह उइके, सुनील भोई, नंदकिशोर यादव, चंदन यादव, सुरेश दास मानिकपुरी, शुभम यादव, गोपाल यादव, शरद यादव, जतिन विश्वकर्मा, बृजभूषण लाल, सरवन, वीरेंद्र पटेल, रामचरण रजक, श्रीमती सुखमत केंवट, संतोषी भोई, यशोदा सिंह उइके, रेखा मानिकपुरी, माया रजक, रामप्यारी पटेल, और बनवासा यादव ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
Author: samachar
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