जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट
आजमगढ़ में हाल ही में एक साइबर ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें ऑनलाइन नौकरी दिलाने, ट्रेडिंग के माध्यम से पैसा कमाने, और घर बैठे ही धन अर्जित करने के नाम पर लोगों को धोखाधड़ी का शिकार बनाया गया। इस मामले में कई जिलों में साइबर ठगों द्वारा लोगों को झांसा देकर उनके खातों से लाखों रुपये की निकासी की जा रही थी।
जनपद आजमगढ़ के निवासी मोहम्मद सैफुल्लाह ने एक प्रार्थना पत्र दिया, जिसमें उन्होंने बताया कि एक अज्ञात व्यक्ति ने उन्हें ऑनलाइन नौकरी दिलाने का झांसा देकर चार किस्तों में उनसे 56,000 रुपये जमा करा लिए। इसी प्रकार, कई अन्य लोगों के साथ भी ऑनलाइन ठगी की गई थी। इस शिकायत के आधार पर, थाना गंभीरपुर, आजमगढ़ में मुकदमा संख्या 114/2024, धारा 420 भारतीय दंड संहिता (भादवि) के तहत मामला दर्ज किया गया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना के निर्देशानुसार और साइबर अपराध के नोडल अधिकारी शुभम अग्रवाल के पर्यवेक्षण में साइबर सेल आजमगढ़ ने जांच प्रारंभ की। तकनीकी संसाधनों का प्रयोग करते हुए, साइबर सेल ने फ्रॉड ट्रांजेक्शन की जांच की और पाया कि ऑनलाइन नौकरी देने के नाम पर कई फर्जी मोबाइल नंबर और बैंक खातों का उपयोग कर लोगों से पैसा लिया गया है।
जांच के दौरान साइबर सेल और गंभीरपुर थाना पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस और लोकेशन ट्रेसिंग के माध्यम से आरोपी मोहम्मद शादाब पुत्र इश्माइल को चिनहट, लखनऊ से गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपी के पास से उस मोबाइल फोन को भी बरामद किया, जिसका उपयोग उसने फ्रॉड में किया था।
पुलिस पूछताछ में शादाब ने स्वीकार किया कि वह लोगों को नौकरी दिलाने का झांसा देता था और कई लोगों से उनके नाम पर बैंक खाते खुलवाकर उनका उपयोग करता था। वह इन खातों का संचालन खुद करता था ताकि उसे पकड़ा न जा सके। उसने यह भी बताया कि वह ऑनलाइन लेन-देन के माध्यम से पैसे से पैसा कमाने के प्रयास करता था।
आरोपी के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्यवाही की जा रही है, और पुलिस मामले की आगे की जांच कर रही है।
Author: samachar
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