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November 21, 2024 6:52 pm

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नौवें स्थापना दिवस समारोह के बाद निषाद पार्टी की ओर से जारी बयान ने सबको चौंका दिया

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इरफान अली लारी की रिपोर्ट

भाजपा नीत एनडीए की सहयोगी निषाद पार्टी ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश की मझवां और कटेहरी विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में अपने चुनाव चिन्ह पर उम्मीदवार उतारने की घोषणा की। यह घोषणा पार्टी के नौवें स्थापना दिवस समारोह के बाद लखनऊ में की गई। 

पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के मत्स्य पालन मंत्री संजय निषाद ने इस दौरान कहा कि निषाद पार्टी ने 2022 के विधानसभा चुनाव में भी इन सीटों पर अपने चुनाव चिन्ह पर ही चुनाव लड़ा था और आगामी उपचुनाव में भी यही नीति अपनाई जाएगी। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे एनडीए के समर्थन में प्रचार करें और सुनिश्चित करें कि सभी सीटों पर जीत मिले।

वहीं, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता हरीश चंद्र श्रीवास्तव ने पीटीआई से कहा कि एनडीए नेतृत्व ही सभी सहयोगी दलों के लिए निर्णय लेता है, जिसमें उपचुनावों में उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया भी शामिल है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि एनडीए नेतृत्व ने उपचुनाव के उम्मीदवारों के लिए अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है।

उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की संभावना है, लेकिन चुनाव आयोग ने तारीखों की घोषणा अभी तक नहीं की है। इस बीच, राजनीतिक दल अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं। निषाद पार्टी का यह बयान महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि भाजपा ने उपचुनावों के लिए उम्मीदवारों के नाम या सहयोगियों को सीटें आवंटित करने पर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है।

2022 के विधानसभा चुनाव में, निषाद पार्टी ने भाजपा के साथ गठबंधन करके कटेहरी से अवधेश कुमार को उम्मीदवार बनाया था, लेकिन उन्हें समाजवादी पार्टी (सपा) के लालजी वर्मा ने हरा दिया था। वर्मा हाल ही में अंबेडकर नगर से सपा के सांसद बने हैं, जिससे कटेहरी सीट खाली हो गई है। मझवां सीट पर निषाद पार्टी के उम्मीदवार विनोद कुमार बिंद ने सपा के रोहित शुक्ला को हराया था, लेकिन बिंद ने बाद में मझवां सीट छोड़कर भदोही संसदीय क्षेत्र से भाजपा सांसद बनने का चुनाव किया।

संजय निषाद ने इस बात पर भी जोर दिया कि उनकी पार्टी की स्थापना मझवार समुदाय के लिए आरक्षण और मछुआरा समुदाय की समस्याओं को हल करने के उद्देश्य से की गई थी। वे इस मुद्दे पर केंद्र और राज्य सरकारों के साथ चर्चा कर रहे हैं और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के साथ हर बैठक में आरक्षण के मुद्दे पर बातचीत होती रही है। निषाद ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी पूरे राज्य में आरक्षण के मुद्दे पर हस्ताक्षर अभियान चलाएगी।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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