अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों की घटना भारत में भी व्यापक चर्चा का विषय बन गई है। इस मुद्दे पर कई हिंदू संगठनों ने आवाज उठाई है और अपनी चिंता व्यक्त की है। इस संदर्भ में गोवर्धन मठ पुरी के पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है।
स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने एक वीडियो संदेश के माध्यम से इस गंभीर मुद्दे पर अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा कि शांति बनाए रखने के लिए मुसलमानों को हिंदुओं पर कृपा नहीं करनी चाहिए, बल्कि उन्हें चाहिए कि वे हिंदुओं की रक्षा करें और उन्हें स्वावलंबी बनाएं।
स्वामी ने चेतावनी दी कि अगर हिंदुओं को निशाना बनाकर हमले किए गए, तो यह स्थिति बहुत गंभीर हो सकती है। उनके अनुसार, ऐसा होने पर केवल कुछ हिंदू ही नहीं मारे जाएंगे, बल्कि इसका प्रभाव मुसलमानों के अस्तित्व पर भी पड़ सकता है।
बांग्लादेश की दुःखद घटना में भी जो लोग पूज्यनीय चारों शंकराचार्य जी को घसीट रहे हैं, उन्हें ट्रोल करने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं, ट्वीट कर रहे हैं कि शंकराचार्य ने क्या बोला? क्यों नहीं बोला।
पहली बात तो वो ये वो ये देख लें पूरी वाले शंकराचार्य जी लगातार बोल रहे हैं।
दूसरी… pic.twitter.com/8Hw7Vykk7e
— Shubham Shukla (@ShubhamShuklaMP) August 10, 2024
शंकराचार्य ने यह भी कहा कि जहां हिंदू नहीं हैं, वहां मुसलमान आपस में ही लड़कर मर रहे हैं। उनके अनुसार, सनातनी हिंदू ही विश्व में शांति स्थापित कर सकते हैं। इसलिए, हिंदुओं की रक्षा और संरक्षण की जिम्मेदारी सभी की बनती है। स्वामी निश्चलानंद सरस्वती का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और इस पर व्यापक प्रतिक्रियाएँ मिल रही हैं।
इससे पहले ज्योतिर्मठ पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने भी बांग्लादेश में हालात पर अपनी चिंता व्यक्त की थी। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में वर्तमान में राजनीतिक उथल-पुथल की स्थिति है और देश की सेना को प्रजा की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने बांग्लादेश की सेना और वहां की सत्ता से अनुरोध किया कि हिंदू समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए, क्योंकि बांग्लादेश में 10 प्रतिशत हिंदू रहते हैं।
उन्होंने कहा कि हिंदू बंधुओं की सुरक्षा अत्यंत आवश्यक है और इस दिशा में उचित कदम उठाए जाने चाहिए।
इन दोनों शंकराचार्यों के बयान इस बात को दर्शाते हैं कि बांग्लादेश में हिंदू समुदाय की सुरक्षा और वहां की स्थिति को लेकर भारतीय धार्मिक और राजनीतिक नेतृत्व में गंभीर चिंता है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."