ब्रजकिशोर सिंह की रिपोर्ट
झांसी के रक्सा थाना क्षेत्र के ग्राम सारमऊ में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। 22 साल पहले पत्नी ने अपने पति को आर्थिक तंगी के कारण छोड़ दिया था और बच्चों को भी अपने साथ ले गई थी। लेकिन अब, पति के पास अचानक पैसे आने के बाद पत्नी फिर से लौट आई है।
मामले का ब्योरा इस प्रकार है: लगभग दो दशकों तक पति अनिल अकेला रहा। अनिल की पत्नी और उसका प्रेमी के बीच झगड़े के चलते उनका मामला थाने तक पहुंच गया था, और अनिल को मारपीट के आरोप में जेल भेजा गया था। इसके बाद, पत्नी अपने प्रेमी के साथ रहने लगी और अनिल को अकेला छोड़ दिया।
अनिल ने खुद को संभालते हुए गांव के एक मंदिर में पुजारी का काम शुरू किया। इस दौरान, अनिल की पुश्तैनी जमीन बुंदेलखंड विकास प्राधिकरण द्वारा ले ली गई और उसके बदले में उसे 28 लाख रुपये का मुआवजा मिला। जब पत्नी को इस धनराशि की जानकारी मिली, तो वह और उनके बच्चे अनिल के पास लौट आए।
पत्नी और बच्चे अनिल के पास लौटने के बाद उसे अपने साथ ले जाने की कोशिश करने लगे। लेकिन अनिल ने उनके साथ जाने से मना कर दिया। इसके बाद, पत्नी और बच्चे मिलकर अनिल की जेब से डेढ़ लाख रुपये छीनकर भाग गए। इस घटना की शिकायत अनिल ने रक्सा थाने में की है।
अनिल का कहना है कि जब पत्नी को पता चला कि उसके पास बड़ी रकम आई है, तो उसने और बच्चों ने वापसी का रास्ता अपनाया।
अनिल के अनुसार, पत्नी और बच्चे गांव में रहते हैं, और उसने बताया कि एक बेटा वकील है जबकि दूसरा भी सक्षम है। अनिल ने कहा कि एक बेटे ने कहा कि वह उसके साथ रहना चाहता है और इसके बाद वह एक प्लॉट पर काम करने लगा।
अनिल ने प्लॉट पर काम करने के लिए कारीगर को डेढ़ लाख रुपये दिए थे। जब अनिल पैसे लेकर प्लॉट पर पहुंचा, तो पत्नी और बच्चों ने उसे वहां घेर लिया और पैसे छीन लिए।
अनिल ने कहा कि वह गनीमत मानता है कि बाकी पैसे बैंक में सुरक्षित हैं। अब वह पुलिस से न्याय की गुहार लगा रहा है।
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Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."