संजय सिंह राणा की रिपोर्ट
आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद सोमवार शाम को हाथरस हादसे के पीड़ितों से मिलने अलीगढ़ के पिलखना गांव पहुंचे। उन्होंने इस दौरान बिना नाम लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि हाथरस कांड में शामिल “बाबा” को यूपी के “बाबा” बचा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भोले बाबा पर एफआईआर तक दर्ज नहीं की गई है। चंद्रशेखर ने पीड़ित परिवारों को कम से कम 25 लाख रुपए का मुआवजा देने की मांग की।
पिलखना गांव में चंद्रशेखर ने हाथरस हादसे के पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। इस दौरान बुजुर्ग महिलाएं और बच्चे चंद्रशेखर से बात करते-करते रोने लगे। चंद्रशेखर ने उन्हें गले लगाकर सांत्वना दी और बच्चों के सिर पर हाथ रखकर उन्हें चुप कराया। इस माहौल में चंद्रशेखर भी भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि जब उत्तर प्रदेश सरकार ने एफआईआर में भोले बाबा का नाम ही नहीं लिखा है, तो उसकी गिरफ्तारी कैसे संभव है। इससे स्पष्ट होता है कि सरकार बाबा को बचाना चाहती है।
किसान नेता राकेश टिकैत भी सोमवार को हाथरस पहुंचे और भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात की। गांव सोखना में सिकंदराराऊ हादसे के मृतकों के परिजनों से उनके घर पर मिले। उन्होंने कहा कि सेवादारों की कोई गलती नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि गलती बाबा की है और सरकार खुद ही धार्मिक उत्सव करा रही है। उन्होंने कहा कि कार्रवाई करने से कुछ नहीं होगा, सबसे ज्यादा जरूरत इन परिवारों को आर्थिक मदद की है। लखीमपुर खीरी की तरह मुआवजा देना चाहिए और यह मुआवजा 50 लाख रुपए होना चाहिए।
इस प्रकार, दोनों नेताओं ने सरकार की आलोचना की और पीड़ित परिवारों के लिए आर्थिक मदद की मांग की।
Author: samachar
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