इरफान अली लारी की रिपोर्ट
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश: रविवार की सुबह गोरखपुर में एक दिल दहलाने वाली घटना घटी। मशहूर मनोचिकित्सक डॉक्टर रामचरण की बेटी, संचिता श्रीवास्तव, ने अपने घर की छत से कूद कर आत्महत्या कर ली।
इस घटना के बाद परिजनों में हाहाकार मच गया। तुरंत ही संचिता को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
कैंट थाना क्षेत्र के सिविल लाइन में रहने वाले डॉक्टर रामचरण की पुत्री संचिता ने लगभग दो साल पहले पटना के बाढ़ क्षेत्र के निवासी हरीश नामक युवक से प्रेम विवाह किया था।
विवाह के बाद से ही दोनों परिवारों के बीच तनावपूर्ण संबंध बने रहे। हरीश ने एमबीए किया था और मुंबई के एक प्राइवेट बैंक में नौकरी करता था।
कुछ महीने पहले संचिता की बीमारी के कारण हरीश ने अपनी नौकरी छोड़ दी और गोरखपुर आकर संचिता के घर में रहने लगा।
शुक्रवार की सुबह हरीश ने पत्नी से पटना जाने की बात कहकर घर से निकल गया, लेकिन पटना न जाकर बनारस के एक होटल में ठहरा। शुक्रवार की रात हरीश ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
हरीश की आत्महत्या की खबर जब गोरखपुर में संचिता को मिली, तो वह इस सदमे को सहन नहीं कर सकी।रविवार की सुबह 9:00 बजे उसने अपने घर की दूसरी मंजिल की छत से कूद कर अपनी जान दे दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
इस घटना के बाद इलाके में कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं। कैंट थाना प्रभारी रणधीर मिश्र ने बताया कि सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। बनारस पुलिस इस मामले की जांच कर रही है क्योंकि हरीश ने वहां आत्महत्या की थी।
Author: samachar
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