चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को हाथरस पहुंचे और वहां सत्संग हादसे में घायल हुए लोगों से मुलाकात की। बता दें कि मंगलवार को ‘भोले बाबा’ के सत्संग के दौरान भगदड़ मचने से 121 लोगों की मौत हो गई थी और 28 लोग घायल हो गए थे।
हाथरस हादसे के सिलसिले में एक FIR दर्ज कराई गई है। इस FIR के अनुसार, सिकंदराराऊ कोतवाली क्षेत्र के फुलरई-मुगलगढ़ी के बीच जीटी रोड के पास नारायण साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग का आयोजन देवप्रकाश मधुकर और अन्य लोगों ने किया था। देवप्रकाश हाथरस का ही रहने वाला है और बाबा का मुख्य सेवादार है। आयोजनकर्ताओं ने इस कार्यक्रम के लिए लगभग 80,000 लोगों की अनुमति मांगी थी, लेकिन वास्तव में मौके पर करीब ढाई लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं की भीड़ इकट्ठा हो गई थी।
एफआईआर में यह भी बताया गया है कि मौके पर तैनात पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा भीड़ को सामान्य करने का प्रयास किया जा रहा था क्योंकि सड़क पूरी तरह से जाम हो गई थी। इसी दौरान कार्यक्रम के मुख्य प्रवचनकर्ता ‘भोले बाबा’ प्रवचन समाप्त करने के बाद गाड़ी में सवार होकर कार्यक्रम स्थल से निकलने लगे। तभी श्रद्धालु, महिला, पुरुष और बच्चे, बाबा की गाड़ी के गुजरने के मार्ग से धूल समेटने लगे।
इस घटना के दौरान लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ के दबाव के कारण नीचे बैठे या झुके भक्त दबने और कुचलने लगे, जिससे चीखपुकार मच गई।
एफआईआर के मुताबिक, जब भीड़ को रोकने के लिए आयोजन समिति और सेवादारों द्वारा अपने हाथों में लिए डंडों का उपयोग किया गया, तो स्थिति और बिगड़ गई। जीटी रोड के दूसरी ओर लगभग तीन मीटर गहरे खेतों में भरे पानी और कीचड़ में भागती भीड़ को रोकने की कोशिश की गई, जिससे भीड़ का दबाव और बढ़ गया और महिला, बच्चे, एवं पुरुष दबते-कुचलते चले गए। इस भगदड़ में सैकड़ों लोग घायल हो गए और इनमें से 121 लोगों की मौत हो गई। घायलों को हाथरस, अलीगढ़, एटा आदि के अस्पतालों में उपचार के लिए भेजा गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है और प्रशासन को इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं। अब बाबा और उनके सहयोगियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
Author: samachar
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