सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट
समाजवादी पार्टी (SP) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को लोकसभा में मतदाताओं को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने ऐसा जनादेश दिया जिसने लोकतंत्र को ‘एकतंत्र’ बनने से रोक दिया।
अखिलेश यादव ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हो रही चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि पिछले चुनावों में अवाम ने हुकूमत का गुरूर तोड़ दिया। आज केंद्र में हारी हुई सरकार विराजमान है।
उन्होंने कहा कि जनता कह रही है कि यह गिरने वाली सरकार है। इंडिया गठबंधन की नैतिक जीत हुई है। सकारात्मक राजनीति की जीत हुई है। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त 1947 को देश को औपनिवेशिक शासन से मुक्ति मिली थी और चार जून 2024 को साम्प्रदायिक राजनीति से मुक्ति मिली है। सामुदायिक राजनीति की शुरुआत हुई है। साम्प्रदायिक राजनीति की हमेशा के लिए हार हुई है। धन, बल, छल की हार हुई है। उन्होंने कहा कि पिछले लोकसभा चुनावों में संविधान समर्थकों की जीत हुई है।
अखिलेश यादव ने कहा कि अब मनमर्जी नहीं, जनमर्जी चलेगी। उन्होंने परीक्षाओं में प्रश्नपत्र लीक होने का मुद्दा उठाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में प्रत्येक परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक हो रहे हैं, वहां शिक्षा-परीक्षा माफिया का जन्म हुआ है। सरकार ने युवाओं के उम्मीदों को मार दिया है।
उन्होंने कहा कि हजार साल के सपने दिखाने वाले अगले महीने पेपर लीक नहीं होंगे, इसकी गारंटी कब देंगे। उन्होंने कहा कि एक और जीत हुई है, वह है, अयोध्या की जीत। उन्होंने अयोध्या के परिपक्व मतदाताओं को धन्यवाद देते हुए रामचरित मानस की एक चौपाई कही… होई वही जो राम रचि राखा।… उन्होंने कहा, “ जो कहते थे कि हम राम को लाये हैं, वही आज किसी के सहारे के लिये लाचार हैं। ”
यादव ने कहा कि वह चुनावों में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के इस्तेमाल के पहले भी विरोध में थे और जब तक इन्हें हटा नहीं दिया जाता, वह इनका विरोध करते रहेंगे। समाजवादियों को ईवीएम पर भरोसा नहीं है।
उन्होंने पिछले लोकसभा चुनावों के दौरान चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी के प्रधानमंत्री आदर्श गांव का जिक्र करते हुए कहा कि आज उसका कोई नाम भी नहीं जानता। उस गांव की हालत खराब है।
उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र के आदर्श गांव का बुरा हाल है तो अन्य आदर्श गांवों की क्या हालत होगी।
अखिलेश यादव ने जाति जनगणना कराने की मांग करते हुए कहा कि बगैर इसके सभी को उनका हक दिला पाना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि उपयुक्त अभ्यर्थी न पाये जाने का बहाना लेकिन आरक्षण के हकदारों का हक छीना जा रहा है।
सरकारी नौकरियों के रिक्त पद इसलिये नहीं भरे जा रहे हैं क्योंकि आरक्षण देना पड़ेगा। उन्होंने अग्निवीर व्यवस्था को अनुचित बताया और कहा कि इंडिया गठबंधन के सत्ता में आने पर इसे खत्म किया जाएगा।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि किसानों की हालत खराब है, किसानों की आय दुगुनी करने की बात कही गई थी, लेकिन पिछले 10 वर्षों के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के कार्यकाल में एक भी मंडी का निर्माण नहीं किया गया। न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी नहीं है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."