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November 2, 2024 6:03 am

धूम-धाम से मनाया गया रोडवेज अधिकारी का बिदाई समारोह ; उपस्थित रहे परिवहन मंत्री

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जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट

आजमगढ़। आज़मगढ़ डिपो अवधेश कुमार पाल का दिनांक 30 जून 2024 को सेवानिवृत्ति के उपरांत विदाई समारोह स्थानीय होटल के सभागार में धूमधाम से मनाया गया। विदाई समारोह का शुभारंभ मा0 परिवहन मंत्री दयाशंकर जी के द्वारा श्री पाल के भविष्य की शुभकामनाओं के साथ उनके द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की गई। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता क्षेत्रीय प्रबंधक, मनोज कुमार बाजपेयी ने किया।

इस अवसर कार्यक्रम में दूर-दूर से आये कर्मचारियों द्वारा श्री पाल को उपहार देते हुए अपनी भावनाओं के माध्यम से कृतज्ञता प्रकट की गई। संजय राही द्वारा अवधेश पाल के जीवन संस्मरण पर उनके फोटो के साथ अपनी रचनाओं के माध्यम से शुभकामना प्रकट करते हुए मोमेंटो प्रदान किया गया।

जम्मू कश्मीर के राज्यपाल के प्रतिनिधि मनोज कुमार द्वारा मुख्य अतिथि का माल्यार्पण कर उनके आने वाले कल के लिए अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की गई।

रोडवेज कर्मचारी संघ के क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रवेश कुमार सिंह ने मुख्य अतिथि के कार्यों का वर्णन करते हुए उनके साथ बिताए हुए पलों पर प्रकाश डाला। सेवा प्रबंधक एस0एन0 सेठ ने पाल के हंसमुख स्वभाव का वर्णन करते हुए किए गए कार्यों को आसानी से करने वाला अधिकारी बताया।

दोहरीघाट एवम बलिया डिपो से आये सहायक क्षेत्रीय प्रबंधकों द्वारा मुख्य अतिथि को उपहार प्रदान करते हुए अपने शब्दों के माध्यम से उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला गया। उनके साथ रहे डॉ0 आंबेडकर डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक बी0आर0 गौतम एवं सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक (वित्त) आर0के0 शर्मा द्वारा उनके साथ बिताए हुए पलों को याद करते हुए भावुक हो गए।

राहुल सिंह ने अपनी शायरी के माध्यम से श्री पाल के प्रति अपनी भावनाओं का इजहार किया। अंत में कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे क्षेत्रीय प्रबंधक ने आए हुए समस्त अधिकारियों, कर्मचारियों का आभार प्रकट करते हुए श्री पाल के उज्जवल भविष्य की कामना की।

इस अवसर पर एआरटीओ अतुल यादव, गोविंद सिंह, हरि मोहन, बृजेश शर्मा, दिलीप तिवारी, सुशील सिंह, अवनीश पाठक, प्रदीप गोंड़, चंदन सिंह इत्यादी के साथ ढेर सारे कर्मचारी एवं अधिकारीगण मौजूद रहे।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."