चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले चार से पांच दिनों में उत्तर-पश्चिम और पूर्वोत्तर भारत में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है।
आईएमडी ने बताया कि बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, जो उत्तरी ओडिशा और गंगा के पश्चिमी बंगाल तटों से सटा हुआ है।
मौसम विभाग ने कहा कि पूर्वोत्तर राजस्थान, बिहार की सीमा से लगे पूर्वी उत्तर प्रदेश और उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश में निचले क्षोभमंडल स्तर पर चक्रवाती परिसंचरण का निर्माण हुआ है।
इसके साथ ही उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश से निम्न दबाव वाले क्षेत्र तक एक पूर्व-पश्चिम ट्रफ रेखा फैली हुई है। आईएमडी ने कहा कि इन मौसम प्रणालियों के कारण 29 जून से 3 जुलाई तक हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान के कुछ इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना है।
इसके साथ ही छत्तीसगढ़, गंगीय पश्चिम बंगाल, झारखंड और ओडिशा में 29-30 जून को भारी बारिश हो सकती है, और बिहार में 30 जून से 2 जुलाई तक बारिश की संभावना है।
आईएमडी ने उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान और पश्चिमी मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में भी बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी की है।
पूर्वोत्तर भारत में, पूर्वोत्तर असम पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है, जो अगले पांच दिनों में उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में हल्की से मध्यम बारिश, गरज के साथ छींटे, बिजली और अलग-अलग जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश लाएगा।
29-30 जून को अरुणाचल प्रदेश और 29 जून को असम और मेघालय के कुछ इलाकों में अत्यधिक भारी वर्षा की संभावना है।
मौसम विभाग ने 29 जून से 1 जुलाई तक सौराष्ट्र, कच्छ, केरल, तमिलनाडु तथा तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के कुछ इलाकों में भारी वर्षा की भी भविष्यवाणी की है।
गुजरात, गोवा और मध्य महाराष्ट्र में 29 जून से 3 जुलाई तक भारी वर्षा होने की संभावना है, जबकि 30 जून से 3 जुलाई तक कोंकण, गोवा और मध्य महाराष्ट्र के कुछ इलाकों में अत्यधिक भारी वर्षा हो सकती है।
आईएमडी ने यह भी बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून शनिवार को पूर्वी उत्तर प्रदेश के शेष भागों और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में आगे बढ़ गया है।
उसने कहा कि अगले दो से तीन दिनों में पश्चिमी राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़, पंजाब तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और जम्मू के शेष क्षेत्रों में मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल हैं।
Author: samachar
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