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November 21, 2024 9:56 pm

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सिंचाई विभाग के इंजीनियर की मौत का उलझा हुआ है मामला, मृतक की पत्नी को साजिशन हत्या की आशंका

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संतोष कुमार सोनी की रिपोर्ट

बांदा। सिंचाई प्रखंड तृतीय के जूनियर इंजीनियर विकास कुमार की मौत की गुत्थी उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट से और उलझ गई है। मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में हुई इस घटना में जेई के साथ हुई बर्बरता साफ नजर आ रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, उनके शरीर पर कोई वजनदार वस्तु रखकर उन्हें घसीटा गया है और निजी अंगों में भी चोट के निशान मिले हैं। बावजूद इसके, मध्य प्रदेश पुलिस इस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है। मृतक की पत्नी और सिविल डिप्लोमा इंजीनियर संघ ने सीबीआई जांच की मांग की है।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट की जानकारी देने वाले डॉक्टर आर डी अहिरवार ने बताया कि विकास कुमार के पेट और जांघों में घसीटने के निशान मिले हैं और किसी वजनदार चीज को उनके शरीर पर रखकर उन्हें घसीटा गया था। उनके निजी अंगों पर भी किसी वस्तु से प्रहार किया गया, जिसके चलते उन्हें हार्ट अटैक आया और उनकी मृत्यु हो गई। हालांकि, अजयगढ़ थाना पुलिस इस मामले में लीपापोती कर रही है।

घटना के अनुसार, 25 जून 2024 को विकास कुमार नहरों की मरम्मत का काम देखने पन्ना जिले के अजयगढ़ थाना क्षेत्र स्थित मझगांय गए थे। रात हो जाने के कारण वे नहर कोठी में रुक गए थे। 26 जून की सुबह उनकी लाश नहर कोठी में मिली। नहर कोठी के चौकीदार की तहरीर पर पुलिस ने गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया, जिसमें कहा गया कि ट्रैक्टर बैक करते समय चारपाई में सो रहे विकास कुमार की मौत हो गई।

मृतक की पत्नी अंजलि ने बताया कि 26 जून की रात को उनके पति ने फोन करके बताया था कि उन्हें कुछ बालू कारोबारियों ने धमकी दी है। इस बात की जानकारी अंजलि ने अपने जेठ को दी थी। इसी कॉल के आधार पर मृतक के बड़े भाई रामराज राजपूत ने अजयगढ़ थाने में तहरीर देकर स्थानीय बालू माफियाओं के साथ हुए विवाद का उल्लेख करते हुए हत्या का मामला दर्ज करने की तहरीर दी थी। लेकिन मध्य प्रदेश पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की।

सिविल डिप्लोमा इंजीनियर संघ ने इस मामले को लेकर सीबीआई जांच की मांग की है। संघ के पदाधिकारी शुक्रवार को पन्ना पहुंचकर वहां के जिला अधिकारी को ज्ञापन देकर सीबीआई जांच की मांग की। जिला अधिकारी ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

सिंचाई प्रखंड तृतीय के अधिशासी अभियंता जितेंद्र सिंह का कहना है कि रात को 3 बजे ट्रैक्टर बैक करते समय दुर्घटना होने का पुलिस का दावा संदिग्ध है।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बर्बरता का उल्लेख स्पष्ट करता है कि बालू माफियाओं ने ही उनकी सुनियोजित ढंग से हत्या की है, क्योंकि मृतक जेई ने उन्हें नहर की पुलिया से ट्रैक्टर निकालने से मना किया था।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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