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November 22, 2024 7:19 pm

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सगे बेटे ने मां की ले ली जान लेकिन सौतेले बेटे ने ऐसे उतारा दूध का कर्ज, पढिए क्या है मामला ?

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ब्रजकिशोर सिंह की रिपोर्ट

एटा। आमतौर पर बच्चे अपनी मां की रक्षा के लिए हीरोइक प्रकरण बना लेते हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश के एटा जिले की एक घटना ने इस सोच को पूरी तरह से पलट दिया। खबरों के अनुसार, एक रिश्तेदार के बेटे ने अपनी ही मां की हत्या कर दी और उसके शव को घर के खेत में दफना दिया। 

यह संघर्ष उत्तर प्रदेश के एटा जिले के धरमपुर गांव में हुआ। गंगा सिंह नामक व्यक्ति तीन शादियों के बाद रामशंकर के रूप में एक बच्चे को जन्म दिया। रामशंकर को अपनी मां के व्यवहार पर शक था और उसे लगा कि यदि उसकी मां के चरित्र के बारे में गांव में बदनामी हो गई तो यह उसके लिए शर्मनाक होगा। इसके कारण उसने अपने दोस्तों से मिलकर मां की हत्या करने की साजिश रची। एक दिन उसने अपनी मां की गला दबाकर हत्या कर दी और फिर उसके शव को उसके खेत में दफना दिया। 

जमीन के मामले में भी उलझन

इस हत्या की वजह जमीन थी। गंगा सिंह ने अपने जीवन के आखिरी दिनों में 6 बीघा जमीन खरीदी थी, जिसे उन्होंने अपनी तीसरी पत्नी सीमा के नाम पर कर दिया था। सीमा उस जमीन को बेचना चाहती थी, लेकिन उसके बेटे रामशंकर को इस बात से इतराने का मौका नहीं दिया गया। इस मामले के चलते, सौतेले बेटे हरपाल को इससे कोई आपत्ति नहीं थी, लेकिन गाँव के लोगों के अनुसार, रामशंकर को अपनी मां के चरित्र पर शक था और उनके बीच जमीन भी एक मुद्दा था। पुलिस के मुताबिक, रामशंकर ने अपने दोस्तों से मिलकर मां की हत्या करने के बाद शव को उसी खेत में दफना दिया, जिसे उसके पिता ने उसकी मां के नाम पर लिख दिया था। 

सौतेले बेटे ने अपने ही भाई के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई

जब हरपाल गांव लौटा, तो उसने अपनी मां को गायब पाया। उसने परिवार और आस-पड़ोस में पूछताछ की, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली। संदेह के साथ, वह पुलिस स्टेशन पहुंचा और मां की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। उसने पुलिस को अपने संदेह की जानकारी भी दी।

पुलिस ने जांच के दौरान रामशंकर से पूछताछ की तो वह घबराया। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने सच्चाई उगल दी। इसके बाद पुलिस ने खेत में दफनाया गया महिला का शव बरामद किया।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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