इरफान अली लारी की रिपोर्ट
तमाम एग्जिट पोल एजेंसियों के परिणामों को देखकर यह स्पष्ट होता है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रदेश में बड़ी बढ़त हासिल कर रही है। यदि लोकसभा चुनाव 2019 के एग्जिट पोल परिणामों पर ध्यान दें, तो भाजपा उस प्रदर्शन को पार करती नजर आ रही है। कुछ एजेंसियां तो यहां तक कह रही हैं कि एनडीए 2014 के परिणाम को भी पार कर सकती है। इन आंकड़ों से साफ है कि भाजपा की प्रदेश में पकड़ कमजोर नहीं हुई है। अगर एग्जिट पोल के ये आंकड़े चुनाव परिणामों में बदलते हैं, तो इससे साबित होगा कि यूपी में योगी आदित्यनाथ की सरकार पर लोगों का भरोसा बना हुआ है।
यूपी चुनाव 2022 में लगातार दूसरी बार जीत दर्ज करने के बाद सीएम योगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यों को जमीन पर उतारने की रणनीति पर काम किया, जिससे लोगों का भरोसा और मजबूत हुआ है। लोकसभा चुनाव के बाद आ रहे एग्जिट पोल के परिणाम इसी बात की पुष्टि कर रहे हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में एक बार फिर भाजपा को बड़ी सफलता मिलती दिख रही है। अनुमानों के अनुसार, भाजपा 65 से 75 सीटों पर और विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ 5 से 15 सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है।
भाजपा की इस सफलता के पीछे की सबसे बड़ी वजह उनकी बेहतरीन रणनीति रही है। प्रदेश की सीटों को समूहों में बांटकर जीत की योजना बनाई गई। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए भाजपा ने जाट समीकरण को साधने पर जोर दिया और राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) को साथ लाने के कई प्रयास किए गए। चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने के बाद, भाजपा ने आरएलडी को सिर्फ दो सीटों पर मनाने में सफलता पाई, जिससे पश्चिमी यूपी की तमाम सीटों पर एनडीए को फायदा मिला।
पश्चिमी यूपी से दिख रहे बदलाव के साथ, भाजपा 2014 की तरह पश्चिमी उत्तर प्रदेश को साधने में सफल होती दिख रही है। अवध क्षेत्र में, यादवलैंड को साधने की जिम्मेदारी बड़े यादव नेताओं को सौंपी गई। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव और अन्य प्रदेश के यादव नेताओं ने चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पूर्वांचल में ओबीसी नेताओं का प्रभाव देखा गया, जिसमें ओम प्रकाश राजभर और डॉ. संजय निषाद ने प्रमुख भूमिका निभाई।
इंडिया गठबंधन ने अपनी राजनीति को चमकाने के लिए सीमित रैलियां कीं, लेकिन एनडीए ने शुरुआती चरण से ही बढ़त बना ली। यूपी की 80 लोकसभा सीटों को दिल्ली की गद्दी का प्रवेश बिंदु माना जाता है। पहले तीन चरण के चुनाव में 26 सीटों पर एनडीए को 22 से 25 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि इंडिया को 3 से 6 सीटें मिल सकती हैं। पहले तीन चरण के चुनाव में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में वोटिंग हुई थी, जहां राष्ट्रीय लोक दल के सहयोग से भाजपा ने बड़ी बढ़त बनाई।
न्यूज 18 के एग्जिट पोल के अनुसार, पहले तीन चरण के चुनाव में 26 सीटों पर भाजपा आगे है।
यह परिणाम साफ करते हैं कि प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पर लोगों का भरोसा बरकरार है और पार्टी एक बार फिर बड़ी सफलता की ओर अग्रसर है।
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Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."