नौशाद अली और वसीम हाशमी की रिपोर्ट
उतरौला,बलरामपुर। मानसिक रूप से विक्षिप्त मां ने पहले न केवल अपनी दुधमुंही बच्ची को चाकू से गला रेतकर उसकी हत्या कर दी। फिर बाद में खुद का भी गला रेत कर आत्महत्या की कोशिश की। इस घटना के कारण जिले में सन्नाटा पसर गया। घायल मां का इलाज लखनऊ स्थिति एक अस्पताल में चल रहा है।
पुलिस और उसकी फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर घटना का जायजा लिया है और मामले में अभियोग पंजीकृत करते हुए जांच की जा रही है।
ये दिल दहला देने वाली घटना बलरामपुर जिले के थाना कोतवाली उतरौला से जुड़ी हुई है। यहां के गांधी नगर मोहल्ले में एक परिवार अपना जीवन यापन करता था। नादिया खातून (32 वर्ष) पत्नी राहिल अपनी 15 महीने की बेटी किस्बा के साथ यहां रहती थी। मानसिक रूप से विक्षिप्त नादिया का इलाज एक जगह से चल रहा था, लेकिन सोमवार के दोपहर कुछ ऐसा हुआ, जिससे नादिया परेशान हो गई। नदिया उस वक्त अपने घर में अपने 4 वर्षीय बेटे और 15 महीने की बेटी के साथ थी। जानकारी के मुताबिक किसी बात के कारण नादिया को अपने बच्चों पर बहुत गुस्सा आ गया। नादिया ने गुस्से में पहले अपने बेटे को झाड़ू और डंडे से खूब पीटा, फिर अपनी बेटी का चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी। नादिया यहीं पर नहीं रुकी, नादिया ने अपनी बेटी को मौत के घाट उतारने के बाद खुद का भी गला रेत लिया और बेसुध हो गई।
बताया जाता है कि जब उसका बेटा किसी तरह से घर से बाहर निकल पाया तो उसने जाकर मोहल्ले वालों को रोते हुए घटना की सूचना दी। लोग किसी तरह घर में घुसे तो बच्ची समेत मां बेसुध पड़ी हुई थी। आनन-फानन में दोनों को अस्पताल लाया गया। जहां पर डॉक्टरों ने बेटी को मृत घोषित कर दिया। जबकि नादिया को इलाज के लिए जिला अस्पताल रेफर किया। नादिया का इलाज अब लखनऊ स्थित एक अस्पताल में चल रहा है।
पत्नी की तबीयत थी खराब
नादिया के पति राहिल ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मेरी पत्नी का इलाज पिछले रमजान से चल रहा था। करीब तीन-चार महीने से उनका तबीयत ज्यादा खराब रहने लगा था, उनकी दवा और दुआ दोनों चल रही थी। वह दिमागी रूप से ठीक नहीं थी। मैं किसी कार्य वर्ष अपने गांव चला गया था। मुझे मेरे साले ने घटना की सूचना दी तो मैं भाग कर उतरौला ऑलमाइटी स्कूल के पास स्थित अपने घर पर पहुंचा। जहां पर बेटी का गला रेतकर मेरी पत्नी ने हत्या कर दी थी और वह खुद भी बेहोश पड़ी हुई थी उसने अपना भी गला रेत लिया था। इसके साथ ही उसने मेरे बेटे को भी खूब मारा पीटा था।
केस दर्ज कर जांच शुरू
उतरौला सीएचसी में घायल नादिया का इलाज करने वाले डॉ. योगेंद्र कुमार ने बताया कि हमारे पास यहां पर बच्ची मृत अवस्था में आई थी। जबकि घायल नादिया का इलाज यहां पर प्राथमिक तौर पर किया गया है और उन्हें हायर सेंटर रेफर किया जा रहा है। घर वालों के मुताबिक उनके घर में कोई नहीं था और नादिया ने घटना को अंजाम दे दिया। पुलिस अधीक्षक केशव कुमार ने बताया कि घटना के संबंध में जांच चल रही है। अभियोग पंजीकृत किया गया है।
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Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."