आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट
लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) अब दहलीज पर है। इसी महीने की 19 तारीख को सात चरण में होने वाले इस चुनाव का पहला चरण शुरू हो जाएगा। इसके तहत देश के 21 राज्यों की 102 लोकसभा सीटों पर वोट पड़ेंगे।
प्रत्याशियों के लिए राजनीतिक दलों के स्टार प्रचारक भी जीतोड़ प्रचार में जुटे हैं। फिर चाहे भारतीय जनता पार्टी (BJP) हो या फिर कांग्रेस (Congress) से लेकर अन्य राजनीतिक दल, सभी पार्टियां इन दिनों अपनी पूरी ताकत झोंक रही है।
वहीं पहले चरण की बात की जाए तो इसमें आपराधिक छवि वाले प्रत्याशियों की भी कमी नहीं। आइए जानते हैं कि पहले चरण में किनते आपराधिक प्रत्याशी मैदान में हैं किस दल से सबसे ज्यादा ऐसे उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा है।
लोकसभा चुनाव का पहला चरण 19 को
लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल 2024 को होने जा रहा है। पहले चरण में कुल प्रत्याशियों की संख्या 1625 हैं। यानी इतने उम्मीदवारों ने अपना नामांकन दाखिल किया है। इनमें से 1618 प्रत्याशियों ने अपना चुनावी हलफनामा भी दिया है। इसी आधार पर एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स यानी ADR ने एक डाटा तैयार किया है जिसके मुताबिक इस बार पहले चरण के लिए होने वाले मतदान में 16 फीसद उम्मीदवार आपराधिक छवि वाले हैं।
पहले चरण में कितने हैं आपराधिक छवि वाले प्रत्याशी
पहले चरण की वोटिंग में कुल 252 उम्मीदवरा आपराधिक छवि वाले हैं। कुल 1618 प्रत्याशियों में इनकी संख्या 16 प्रतिशत है। वहीं गंभीर आपराधिक मामले की बात करें तो ऐसे उम्मीदवारों की संख्या 161 है। यानी कुल कैंडिडेट्स के 10 फीसदी प्रत्याशी ऐसे हैं जिन पर गंभीर आपराध के केस दर्ज हैं।
15 कैंडिडेट्स पर दोषसिद्ध
फर्स्ट फेज की वोटिंग के दौरान कुल उम्मीदवारों में से 15 प्रत्याशी ऐसे हैं जिन पर कोर्ट ने दोष भी सिद्ध कर दिया है। यानी पहले चरण के 15 कैंडिडेट्स पर क्रिमिनल केस होने के बाद दोष साबित हो चुका है।
हत्या के मामले कितने प्रत्याशियों पर
मतदान के पहले चरण में 19 अप्रैल को 7 ऐसे भी उम्मीदवार चुनावी मैदान में होंगे जिन पर आईपीसी 302 की धारा के तहत हत्या से संबंधित केस चल रहे हैं। इन उम्मीदवारों ने हलफनामे में इस बात की घोषणा भी की है।
महिलाओं पर अत्याचार करने वाले कैंडिडेट भी मैदान में
आपराधिक छवि वाले प्रत्याशियों में 18 उम्मीदवार ऐसे भी हैं जिन पर महिलाओं पर अत्याचार करने से संबंधित केस चल रहे हैं। कुल उम्मीदवारों में 15 फीसदी से ज्यादा ऐसे उम्मीदवारों में एक प्रत्याशी ऐसा भी है जिस पर आईपीसी 376 की धारा के तहत रेप का केस भी है। वहीं इन प्रत्याशियों के अलावा भड़काऊ भाषण देने वाले उम्मीदवारों को भी राजनीतिक दलों ने अपने टिकट पर चुनाव लड़ाने की घोषणा की है
ऐसे प्रत्याशियों की बात करें तो इनमें कुल 35 प्रत्याशी ऐसे हैं जिन पर भड़काऊ भाषण के मामले चल रहे हैं। इन सभी उम्मीदवारों ने अपने हलफनामे में इस बात का जिक्र किया है।
लोकसभा चुनाव 2024 – पहला चरण
आपराधिक छवि वाले प्रत्याशियों की बात करें तो सबसे ज्यादा प्रतिशत राष्ट्रीय जनता दल का है। राजद ने पहले चरण में चार उम्मीदवारों की टिकट दिया है जिनमें चारों ही आपराधिक छवि वाले हैं।
वहीं दूसरे नंबर पर डीएमके है जिसके 59 प्रतिशत प्रत्याशी दागी हैं। इसके बाद एसपी (43) एआईटीसी ने 40 प्रतिशत कैंडिडेट्स को चुनावी मैदान में उतारा है।
राजनीतिक दलों के अपने तर्क
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बावजूद इस बार भी राजनतीकि दलों की ओर से दागी उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है। इससे पहले भी देश की शीर्ष अदालत ऐसे उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में न उतारने की नसीहत दे चुकी है।
लेकिन वर्ष 2023 में हुए विधानसभा चुनावों में दलों की ओर से दागी प्रत्याशियों को मौका दिया गया ऐसे उम्मीदवारों ने चुनाव जीतने के बाद जन प्रतिनिधि बनने की उपलब्धि भी हासिल की है।
हालांकि इसके पीछे राजनीतिक दलों की ओर से तर्क दिए गए कि इन उम्मीदवारों की लोकप्रियता बढ़ी है, ये प्रत्याशी अब अच्छे सामाजिक कामों में जुटे हैं आदि। इन कारणों के साथ पॉलिटिकल पार्टीज अपने-अपने दल से दागी यानी आपराधिक छवि वाले कैंडिडेट को मौका दे रही है।
Author: samachar
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