आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट
इंडिया गठबंधन में लखनऊ लोकसभा सीट सपा के खाते में हैं। ऐसे में सपा ने लखनऊ से सुशील दीक्षित को हटाकर फाखिर सिद्दीकी को नगर अध्यक्ष बनाने का पत्र जारी किया है। आइए जानते हैं कि इसके पीछे का कारण क्या है।
समाजवादी पार्टी ने हाल ही में मेरठ सहित कई सीटों पर अपना प्रत्याशी बदल दिया है। इसी बीच, लखनऊ लोकसभा सीट पर पार्टी ने एक नया कार्ड खेला है। सपा के इस कदम को बसपा के सरवर मलिक को लोकसभा प्रत्याशी बनाए जाने से जोड़कर देखा जा रहा है।
अखिलेश ने जारी कर दिया पत्र
दरअसल, समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने लखनऊ लोकसभा सीट (Lucknow Lok Sabha Seat) से सुशील दीक्षित को हटाकर फाखिर सिद्दीकी को नगर अध्यक्ष बना दिया है। इसको लेकर सपा ने एक पत्र भी जारी कर दिया है। बताया जा रहा है कि समाजवादी पार्टी ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि सपा और बसपा की नजर करीब पांच लाख मुस्लिम मतदाताओं पर टिकी हुई है।
1998 से नगर अध्यक्ष के पद पर रहे फाखिर सिद्दीकी
सपा ने पार्टी के पुराने नेता फाखिर सिद्दीकी को नगर अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है। आपको बता दें कि फाखिर साल 1998 से 2004 तक और फिर 2016 से 2020 तक समाजवादी पार्टी से नगर अध्यक्ष रहे हैं। साल 2009 में वो बहुजन समाज पार्टी से नगर अध्यक्ष रहे और साल 2007 में उन्होंने लखनऊ पूर्वी से विधानसभा चुनाव भी लड़ा था। इसके साथ ही, उन्होंने साल 2012 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से लखनऊ मध्य सीट पर सपा के रविदास मेहरोत्रा के खिलाफ चुनाव लड़ा था।
Author: samachar
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