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24 February 2025 1:10 am

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माहे रमजान की आखिरी जुम्मा को अदा की गई अलविदा का नमाज

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इरफान अली लारी की रिपोर्ट

देवरिया। भाटपार रानी जमा मस्जिद मे माहे रमजान जैसी पाक महीने की आखिरी जुमा को बड़ी ही अकिदत व,, हर्ष उल्लास के साथ अदा की गई।अलविदा की नमाज जमा मस्जिद भाटपार रानी के हाफिज व कारी जनाब कैफ कादरी साहब की इमामत में अदा की गई।

नमाज से पहले जनाब कैफ कादरी अपनी एक तकरीर में लोगों को बताया कि यह पाक महीना रमजान का बहुत ही पाक महीना है। इस महीने का जो भी नेक बंदा एतराम करता है और रोजा रखता है अल्लाह तबारक व ताला उस बंदे के गुनाहों को माफ फरमाता है। 

उन्होंने बताया कि हम लोग बहुत नसीब वाले हैं कि हम लोगों को रमजान जैसे पाक महीना देखने को मिला इस महीने का एतराम रोजा रख कर किया जाता है और जो भी लोग इस महीने में कुरान की इबादत करते हैं अल्लाह तबारक ताला उनके गुनाहों से माफ कर देता है। यह महीना अपने गुनाहों को माफ कराने का महीना है। इस महीने का एहतराम हर मोमिन को करना चाहिए। 

जमा मस्जिद भाटपार रानी के हाफिज और कारी जनाब मोहम्मद कैफ कादरी ने बताया कि इस पाक महीने रमजान में तीन असरा होता है। हम लोग एक दम लास्ट वाले असरा यानी जो जहन्नम से आजादी का असरा है इस असरा में आखरी जुम्मा को बड़ी ही अकीकतमंद और बरकतों वाला माना जाता है। 

नमाज के बाद दुआओं में अपने मुल्क की हिफाजत व अमन और शांति की दुआ मांगी गई और जहन्नम से आजादी की दुआ मांगी गई।  साथ ही

जामा मस्जिद भाटपार रानी मे नमाज के समय पुलिस प्रशासन भी मौजूद रही ताकी आने वाली नमाजियो को किसी तरह की दिक्कत न हो। 

गुड्डू कुरैशी, मोहम्मद ईशा, अनवर अंसारी, जनाब मस्तान साहब, जनाब कामरान साहब, गुल मोहम्मद, शहाबुद्दीन मंसूरी, मुन्ना कुरैशी, अशरफ कुरैशी, गुलाम हुसैन, मुमताज आलम,, इत्यादि मस्जिद के कमेटी के मौजूद रहे। 

Author:

Kamlesh Kumar Chaudhary

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