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November 1, 2024 2:00 pm

अब कांग्रेस न ढोल में है, न मदरिया में… आखिर शिवराज कहना क्या चाहते हैं ❓खुद ही पढ़ लीजिए ?

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पुनीत नौटियाल की रिपोर्ट

मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा के बाद बीजेपी के दिग्गज नेता और विदिशा से प्रत्याशी शिवराज सिंह चौहान चुनाव प्रचार में जुट गए हैं। वे कांग्रेस पर लगातार हमला बोल रहे हैं। शिवराज ने एक जनसभा में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि अब कांग्रेस न ढोल में है, न मदरिया में। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता बीजेपी ज्वाइन कर रहे हैं।

दरअसल, शिवराज सिंह चौहान लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए सीहोर जिले के इछावर विधानसभा के भाऊखेड़ी में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कांग्रेस पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि अब कांग्रेस में कुछ नहीं बचा है। कांग्रेस अब न ढोल में है, न मदरिया में है। उनके नेता ही ऐसे हैं जो पार्टी छोड़कर भाग रहे हैं। 

शिवराज ने कहा कि अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बन रहा था, मोदी जी प्राण प्रतिष्ठा कर रहे थे, कांग्रेस को निमंत्रण मिला और उन्होंने ठुकरा दिया। अब कांग्रेस के कर्म ही फूटे हैं तो हम क्या करें।

शिवराज यहीं नहीं रूके। उन्होंने कहा कि विनाश काले विपरित बुद्धि। बुद्धि औंधी हो गई है। कांग्रेस अब खत्म हो रही है। कांग्रेस हर अच्छी चीज का विरोध कर रही है। कांग्रेस अब बचने वाली नहीं है। कांग्रेस के अच्छे नेता, विचारवान नेता बीजेपी में आ रहे हैं। 

बता दें कि जनसभा के पहले महिलाओं के मामा कहे जाने वाले शिवराज सिंह चौहान को लाडली बहनों ने तिलक लगाकर स्वागत किया। लाडली बहनों ने अपने भैया को चुनाव लड़ने के लिए चंदा भी दिया।

गौरतलब है कि शिवराज सिंह चौहान ने सीहोर के इछावर में 1100 कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बीजेपी ज्वाइन कराया है। वहीं भोपाल में भी कमलनाथ के करीबी नेताओं ने बीजेपी की सदस्यता ली है। 

लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद कांग्रेस नेताओं का पार्टी छोड़ना कांग्रेस के लिए अच्छा संकेत नहीं ही। बता दें कि लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने 29 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी है। 

कांग्रेस ने अभी तक सिर्फ 10 ही प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं। राजनीतिक गलियरों में इस बात की चर्चा है कि कांग्रेस के पास प्रत्याशियों की कमी है।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."