आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट
कहते हैं चोर और ठगों का कोई ईमान धर्म नहीं होता है… इसका सटीक उदाहरण राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के वक्त देखने को मिल रहा है। इस वक्त जब पूरा देश रामलला के आगमन की तैयारियों में जुट गया है उसी बीच साइबर ठगों ने भगवान के नाम पर ठगी का नया तरीका निकाल लिया है। दरअसल रामनगरी अयोध्या में 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा होनी है। जिसके प्रसाद के नाम पर साइबर ठग लोगों के अकाउंट साफ कर रहे हैं। आइए जानते हैं कैसे कर रहे हैं इस ठग काम को?
दरअसल ठग राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के प्रसाद की डिलीवरी की पेशकश करके बैंक अकाउंट को चट करने का काम कर रहे हैं। सबसे पहले ये ठग लोगों के मोबाइल पर एक मैसेज भेजते हैं। जिसमें अयोध्या राम मंदिर के प्रसाद लड्डू की होम डिलीवरी कराने का वादा किया जाता है। राम मंदिर के प्रसाद के नाम पर जैसे ही लोग लिंक पर क्लिक करते हैं तो वहां पर एक फॉर्म आता है। जिसमें आपको अपना नाम और पूरे पते के साथ अपना मोबाइल नंबर भी भरने को कहा जाता है। उसके बाद जैसे ही लोग फॉर्म में अपनी सारी डिटेल भरकर सबमिट करते हैं तो ठगों के पास पूरी जानकारी पहुंच जाती है। फिर उसके बाद साइबर ठग बिना देरी किए आपके नंबर से आपके बैंक अकाउंट तक पहुंचते हैं और फिर कुछ ही सेकेंड में सारा पैसा साफ कर देते हैं।
पुलिस अधिकारी कर रहे हैं अगाह
साइबर ठगी के बढ़ते मामलों को देखते हुए लगातार पुलिस लोगों को सावधान रहने को कहती है लेकिन उसके बाद भी कुछ लोग लालच में आकर अपना पैसा ठगों को दे देते हैं। एक पुलिस अधिकारी का कहना है कि ठग अपने काम को अंजाम देने के लिए लोगों को फोन रिचार्ज तक का लालच दे रहे हैं। जिससे ठगों के पास नंबर पहुंचे और वो अकाउंट से पैसा गायब कर दें।
प्रसाद वाला ट्रिक कैसे लाए साइबर ठग
दरअसल राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए देशभर से 11,000 से ज्यादा मेहमानों को आमंत्रित किया गया है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने घोषणा की है कि 22 जनवरी को अभिषेक समारोह में मेहमानों को उपहार के रूप में ‘रामराज’ और लड्डू प्रसाद दिया जाएगा। बस इसी ऐलान के बाद ही ठगों ने अपने इस ट्रिक को अंजाम देना शुरू किया और राम मंदिर के प्रसाद की डिलीवरी के नाम पर लोगों को ठगने लगे। बता दें कि अभी तक प्रसाद की ऑनलाइन डिलीवरी का कोई भी प्रावधान नहीं है। ऐसे में कोई भी ऐसे अफवाहों पर ध्यान न दें।
मैसेज आने पर यहां करें रिपोर्ट
अगर आपके पास भी कोई ऐसा कॉल या मैसेज आता है तो आप उनके झांसे में न आए और राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन (1930) पर कॉल करके इसकी जानकारी दें। जिससे इन ठगों को पकड़ा जा सके। इसके साथ ही आप साइबर क्राइम को रोकने के लिए बनाए गए पोर्टल cybercrime.gov.in पर भी जाकर ऐसे लोगों की रिपोर्ट कर सकते हैं।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."