Explore

Search
Close this search box.

Search

November 22, 2024 9:52 pm

लेटेस्ट न्यूज़

कातिल माँ ने पति से कहा, जब तक मैं हिरासत में हूँ, तुम आजाद हो… वाकया सुन कोई भी चकरा जाए… 

16 पाठकों ने अब तक पढा

परवेज़ अंसारी की रिपोर्ट

नई दिल्‍ली। गोवा में अपने ही बेटे की हत्‍या के आरोप में गिरफ्तार AI एथिक्‍स एक्सपर्ट सूचना सेठ चुप है। पुलिस को उससे पूछताछ में सिर्फ एक ही जवाब मिला है- मैंने ऐसा कुछ भी नहीं किया। न उसने कत्‍ल का मकसद बताया है। न जुर्म कबूला है। कत्‍ल का सुराग तलाशने की कवायद के तहत गोवा के कलंगुट पुलिस स्‍टेशन में सूचना का सामना उसके पति वेंकट रमन से कराया गया। 13 जनवरी को 15 मिनट की इस मुलाकात में पति-पत्‍नी के बीच तीखी बहस हो गई। बताया जाता है कि पति ने जब सूचना से पूछा कि उसने बेटे को क्यों मारा तो जवाब हैरान करने वाला था। वहां मौजूद पुलिसकर्मी भी इस जवाब से सन्‍न रह गए।

दरअसल, वेंकट और खुद सूचना भी नहीं चाहती थी कि दोनों का एक-दूसरे से सामना कराया जाए। लेकिन, जांच अधिकारियों ने उन्‍हें जबरन एक-दूसरे के सामने बैठाया। वेंकट को जब सूचना के सामने लाया गया तो पति ने बहुत नफरत के साथ सूचना से पूछा- तुमने बेटे को क्यों मारा। बार-बार वेंकट अपनी पत्‍नी को बेटे का कातिल कहते रहे। लेकिन, सुचना एकदम चुप रही। वह वेंकट के आरोपों को नकारती रही। उसने हर बार यही कहा- मैंने बेटे को नहीं मारा है।

जब तक मैं हिरासत में हूं तुम आजाद हो…

थोड़ी देर बार दोनों के बीच तीखी बहस शुरू हुई। जब इस बार वेंकट ने सूचना को बेटे का कातिल कहा और पूछा कि अगर तुमने बेटे को नहीं मारा तो किसने मारा। इस पर सूचना बोली- ये सब तुम्हारी वजह से हुआ है। इसके जिम्‍मेदारी तुम हो। इस दौरान सूचना ने अपने पति से यह तक कह दिया- ‘जब तक मैं हिरासत में हूं तुम आजाद हो।’

वेंकट रमन ने ये भी बताया कि जिस वक्त बेटे की हत्या हुई उस समय वह किसी काम से इंडोनेशिया में थे। पुलिस से बेटे की हत्या की सूचना मिलने के बाद वह 9 जनवरी को तुरंत भारत वापस लौटै 10 जनवरी को बेंगलुरु में अपने बेटे का अंतिम संस्‍कार किया। इसके बाद बयान दर्ज कराने के लिए वह 13 जनवरी को गोवा पुलिस स्टेशन पहुंचे थे। चार साल के मासूम की हत्या की जांच कर रही गोवा पुलिस ने इससे पहले 12 जनवरी को क्राइम सीन रीक्रिएट किया था। डेढ़ घंटे तक उसकी जांच चली थी।

गोवा के होटल में मासूम की हत्‍या के बाद सूचना बेंगलुरु जाना चाहती थी। इसके लिए उसने 30 हजार रुपये देकर गाड़ी बुक कराई थी। यह गाड़ी होटल स्‍टाफ के जरिये बुक कराई गई थी। जबकि होटल स्‍टाफ ने सुझाव दिया था कि उसके लिए फ्लाइट से निकलना सुविधाजनक और आसान होगा। उसने जिस बैग में बच्‍चे का शव रखा था वह गाड़ी से ही मिला था। घटना के बाद से सूचना से पूछताछ जारी है। लेकिन अभी तक सूचना ने कुछ भी ठोस नहीं बताया है। वह तीन दिन से सिर्फ एक ही बात पर टिकी हुई है कि उसने यह कुछ नहीं किया। वह सुबह उठी और अपने बेटे को मृत पाया।

बच्‍चे की कस्‍टडी को लेकर नाराज थी सूचना

माना जाता है कि बच्‍चे की कस्‍टडी को लेकर निराश और नाराज थी। सूचना और वेंकट के बीच पिछले एक साल से बेंगलुरु की फैमिली कोर्ट में बच्चे की कस्‍टडी को लेकर लड़ाई चल रही थी। कोर्ट ने पिता वेंकट को पहले बच्चे से फोन या वीडियो कॉल के जरीये बात करने की इजाजत दी थी। उसके बाद नवंबर 2023 में कोर्ट ने कहा कि पिता हर रविवार घर पर अपने बेटे से मिल सकते हैं। हालांकि, सूचना सेठ ने कहा कि बच्चे को पिता से घर के बजाय कैफे में मिलना चाहिए। लेकिन, कोर्ट ने घर में ही मिलने की अनुमति दी। वेंकट 7 जनवरी को बेटे से मिलने वाले थे। लेकिन, उससे पहले ही सूचना बच्चे को लेकर गोवा आ गई।

सूचना सेठ ने गोवा के होटल में 6 जनवरी को अपने 4 साल के बेटे के साथ चेक-इन किया था। इसके बाद उसने 8 जनवरी को होटल से चेक आउट किया। सूचना सेठ के चेक आउट करने के बाद हत्या का खुलासा हुआ। जिस कैब में गोवा के होटल से सूचना निकली थी उस कैब के ड्राइवर की मदद से सूचना को बेंगलुरु पहुंचने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया। सूचना जब होटल से निकली उसके बाद हाउसकीपिंग स्टाफ सफाई करने गया तो वहां उसे खून के धब्‍बे दिखे। होटल स्टाफ ने इस बात पर भी गौर किया था कि सूचना जब होटल में आए थी तो उसके साथ बेटा भी था। लेकिन, जब वह चेक आउट कर रही थी तो उसका बेटा साथ नहीं था।

होटल स्टाफ ने इसी शक के आधार पर पुलिस को इसकी सूचना दी। इस पर पुलिस ने सबसे पहले होटल के CCTV फुटेज खंगाले। इसमें सूचना चेक-इन के वक्त अपने बच्चे के साथ आती दिखाई दे रही है। वहीं, 8 जनवरी को सूचना को अपने बेटे के बिना सर्विस अपार्टमेंट से बाहर निकलते हुए देखा गया। इसके बाद पुलिस हरकत में आ गई। उसने सूचना की तलाश तेज कर दी। फिर ड्राइवर की मदद से उसे धर दबोचा।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

लेटेस्ट न्यूज़