ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह से पहले आतंकी हमले का इनपुट मिला है। खुफिया एजेंसियों ने जानकारी दी है कि अयोध्या में बड़े आतंकी हमले की साजिश रची जा रही है।
इनपुट मिलने के बाद सभी सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट जारी कर दिया गया है।
एक समुदाय के लोगों को भड़काने की कोशिश
इंटेल इनपुट के मुताबिक आतंकवादियों ने बड़ी प्लानिंग की है। इसके तहत नेताओं, अफसरों पर हमला करने और इलाके में माहौल खराब करने की तैयारी है। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक कट्टरपंथी बार-बार एक समुदाय के लोगों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने मौजूदा इजरायल-हमास युद्ध में इजरायल के पक्ष में भारतीय सरकार के रुख का भी इस्तेमाल किया है।
खतरे से निपटने के लिए की गई हाई लेवल मीटिंग
अलर्ट के बाद केंद्रीय एजेंसियों ने खतरे से निपटने के लिए हाई लेवल मीटिंग की। राम जन्म भूमि पर बने मंदिर के उद्घाटन समारोह के दौरान तैनात की गई सभी सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट किया गया है। इनपुट मिला है कि उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में अशांति फैलाने की कोशिशें भी की जा सकती हैं।
भारत विरोधी माहौल बनाने के लिए की गई प्लानिंग
राष्ट्र विरोधी समूहों ने अंतर्राष्ट्रीय समुदायों के सामने भारत विरोधी माहौल बनाने के लिए सोशल मीडिया के लिए कई पोस्ट तैयार की है। इससे पहले ये जानकारी सामने आई थी कि अयोध्या के राम मंदिर में होने वाले प्राण-प्रतिष्ठा समारोह से पहले रामलला से जुड़ा 17 जनवरी का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है।
ट्रस्ट के एक पदाधिकारी ने सोमवार को बताया था कि प्रतिमा को पूरे अयोध्या नगर में घुमाने का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है। इसके बजाय, ट्रस्ट उसी दिन (17 जनवरी) राम जन्मभूमि मंदिर परिसर के अंदर प्रतिमा के भ्रमण की व्यवस्था करेगा।
सुरक्षा एजेंसियों की सलाह पर ट्रस्ट ने रद्द किया कार्यक्रम
ट्रस्ट ने बताया था कि सुरक्षा एजेंसियों की सलाह पर ट्रस्ट ने सुरक्षा कारणों से इस प्रस्तावित कार्यक्रम को रद्द कर दिया है। कार्यक्रम रद्द करने का निर्णय श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने काशी के आचार्यों और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक के बाद लिया था। अयोध्या प्रशासन के मुताबिक, ट्रस्ट की बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि जब रामलला की नयी प्रतिमा को शहर में ले जाया जाएगा तो श्रद्धालु और तीर्थयात्री दर्शन के लिए उमड़ पड़ेंगे और प्रशासन के लिए भीड़ को नियंत्रित करना मुश्किल हो जाएगा।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."