इरफान अली लारी की रिपोर्ट
भाटपार रानी। क्षेत्रीय विधायक सभा कुंवर कुशवाहा ने कहा कि भाटपार रानी विधानसभा क्षेत्र के खनुआ नदी पर 17•64 करोड़ की लागत से सेतु का निर्माण होगा।यह सेतु भरथुआ-भिंगरी मार्ग को जोड़ेगा। पक्का पुल निर्माण हेतु 8.82 करोड़ रूपया शासन से अवमुक्त हो चुका है।सेतु निर्माण की कार्यदायी संस्था यूपी सेतु निगम है।
श्री कुशवाहा ने कहा कि यहां सकरा पुल होने के कारण सेतु निर्माण की मांग पिछले कई वर्षों से की जा रही थी। तकरीबन दो दशक की निरंतर प्रतीक्षा के बाद सेतु निर्माण की स्वीकृति मिली है। यह सेतु मार्ग यूपी- बिहार दोनों प्रांत को जोड़ता है।
बिहार प्रांत के गोपालगंज और सिवान दो जनपदों के लोग मुख्य रूप से इस मार्ग से आवागमन करते हैं। प्रतापपुर शुगर मिल पर किसान को गन्ना तौल के लिए बड़े वाहनों का प्रयोग इस पुल के ही माध्यम से करना पड़ता है। दोनों प्रांतों के आर्थिक विकास का यह मुख्य मार्गों में से प्रमुख मार्ग है।
उन्होंने ने कहा कि खनुआ नदी पर 1977 में जनता पार्टी की सरकार के दौरान सिंचाई मंत्री शारदा प्रसाद रावत द्वारा पुल का शिलान्यास किया गया था। यह पुल काफी सकरा है। आवागमन को लेकर पुल के दोनों तरफ आए दिन जनता को जाम की समस्या का सामना करना पड़ता है ।
नई सेतु के निर्माण होने से जनता को इस समस्या से मुक्ति मिलेगी। सेतु का निर्माण टू लेन के मानक के अनुरूप होगा । श्री कुशवाहा ने कहा कि चखनी घाट पर भी पक्का सेतु निर्माण हेतु प्रयास जारी है। यहां भी सेतु निर्माण की यथा शीघ्र स्वीकृति प्राप्त हो जाएगी। केंद्र की मोदी व प्रदेश की योगी सरकार विकास का आए दिन नया कीर्तिमान गढ़ रही है। विकास कार्यों के धन बाधक नहीं है। मेरा सपना है जनता के सानिध्य में रहकर भाटपार रानी विधानसभा को मॉडल विधानसभा बनाने की । इस दिशा में प्रयास जारी है।
सेतु निर्माण की स्वीकृति मिलने पर पूरे क्षेत्र में हर्ष का माहौल है। हर्ष व्यक्त करने वालों में भाजपा के वरिष्ठ नेता राघवेंद्र वीर विक्रम सिंह, पूर्वांचल विकास बोर्ड के सदस्य राजकुमार शाही, हरिचरण सिंह कुशवाहा, ब्लॉक प्रमुख श्रीमती बिंदा सिंह कुशवाहा ,डॉ भानु प्रताप सिंह, डॉ शम्स परवेज, सुरेश तिवारी ,राजेंद्र प्रसाद जासवाल ,राजेश गुप्ता, उमेश प्रसाद शाही, चंदन मद्धेशिया, हरिकेश बहादुर सिंह, अनिरुद्ध कुशवाहा, छोटे लाल यादव आदि लोग शामिल रहे।