चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
कानपुर: यूपी के अयोध्या में आगामी 22 जनवरी को श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम प्रस्तावित है। वहीं कानपुर में 4 जनवरी से 22 जनवरी तक उत्सव मनाया जाएगा।
कानपुर मेयर प्रमिला पांडेय ने उत्सव का शेड्यूल तैयार किया है। उन्होंने बताया कि श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर कानपुर को 5,61,000 दीपों से सजाया जाएगा। इसके साथ ही कानपुर के सभी मंदिरों, चर्चों, गुरूद्वारों और मस्जिदों में रोशनी की जाएगी। इसके साथ ही सार्वजनिक स्थानों पर प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम का लाइव प्रसारण दिखाया जाएगा।
कानपुर महापौर प्रमिला पांडेय ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस कर श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के शेड्यूल के बारे में विस्तार से बताया। मेयर प्रमिला पांडेय ने बताया कि पांच हजार साल पहले जिस प्रकार भगवान श्रीराम अयोध्या लौटे थे, उस वक्त पूरे देश में दीवाली मनाई गई थी। आगामी 22 जनवरी को कानपुर में एक बार फिर से दीवाली मनाई जाएगी। पूरे शहर में दीप जलाए जाएंगे। सड़क, चौराहों, एतिहासिक और सरकारी इमारतों को सजाया जाएगा।
सभी धर्म गुरूओं से की गई है चर्चा
उन्होंने बताया कि कानपुर में 110 नगर-निगम वार्ड हैं। सभी वार्डों के पार्षदों को 5100 दीप, बत्ती और तेल दिए जाएंगे। पार्षद उन दीयों को मलिन बस्तियों, मंदिरों और गरीबों को वितरण किए जाएंगे। कानपुर में इस तरह से 5,61,000 दीपों से कानपुर को सजाया जाएगा। इसके साथ ही सभी वार्डों के प्रमुख मंदिरों, चर्च, गुरूद्वारा और मस्जिदों को सजाया जाएगा। इस मौके पर सभी धर्म गुरूओं से बातचीत भी की गई है।
राम आएंगे तो अंगना सजाऊंगी
महापौर प्रमिला पांडेया ने बताया कि क्राइस्ट चर्च, ग्वालटोली चर्च, कैंट चर्च, गुमटी गुरूद्वारा, पनकी, जागेश्वर, वनखंडेश्वर, सिद्धनाथ मंदिरों को प्रमुख रूप से सजाया जाएगा। इसके साथ ही पूरे कानपुर में ‘राम आएंगे तो अंगना सजाऊंगी’ धुन बजेगी। मंदिरों में रामनाम का पाठ आयोजित किया जाएगा। ढोल, नागाड़ों की थाप पर भक्ति संगीत गाए जाएंगे। प्रमिला पांडेय 4 जनवरी से 22 जनवरी तक प्रतिदिन एक घंटा पैदल मार्च कर जन जागरण यात्रा निकालेंगी।
कानपुर में भी पड़े हैं भगवान श्रीराम के चरण
कानपुर के बिठूर में भगवान श्रीराम के पद चिह्न पड़े थे। लव-कुश का बचपन अपनी माता सीता के साथ बिताया है। इसलिए कानपुर भी भगवान श्रीराम की धरती है। मुस्लिम भाई भी अपनी मस्जिद पर लाइट से सजावट करेंगे। मैं सभी पक्षों से अपील करती हूं कि इस पावन अवसर को मिल जुलकर मनाएं।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."