अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट
लोकसभा चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने अपने अमरोहा के सांसद दानिश अली को निलंबित कर दिया है।
दानिश अली को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में निलंबित किया गया है। इसको लेकर बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने दानिश अली को पत्र भी लिख दिया है।
निलंबन का मामला संज्ञान में आते ही दानिश अली ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अपनी सफाई दी। प्रेस कॉन्फ्रेंस में दानिश अली ने कहा कि चंद पूंजी पतियों द्वारा जनता की संपत्तियों की लूट के खिलाफ मैंने आवाज उठाई है और आगे भी उठाता रहूंगा, क्योंकि यही सच्ची जन सेवा है। अगर ऐसा करना जुर्म है तो मैंने जुर्म किया है और मैं इसकी सजा भुगतने के लिए तैयार हूं।
फैसला दुर्भाग्यपूर्ण- अमरोहा सांसद
अमरोहा से सांसद दानिश अली ने कहा कि बहन कुमारी मायावती जी का हमेशा शुक्रगुजार रहूंगा, क्योंकि उन्होंने मुझे बसपा का टिकट देकर लोकसभा का सदस्य बनने में मेरी मदद की थी।
बहन जी ने मुझे बहुजन समाज पार्टी लोकसभा में संसदीय दल का नेता भी बनाया था। मुझे सदैव उनका असीम स्नेह और समर्थन मिला है, लेकिन आज का फैसला उनका जरूर दुर्भाग्य पूर्ण रहा है।
दानिश ने बताया कि मैंने अपनी पूरी मेहनत और लगन के साथ बहुजन समाज पार्टी को मजबूत करने का हर संभव प्रयास किया है।
मैंने कोई पार्टी विरोध काम नहीं किया’
सांसद दानिश अली ने कहा कि मैंने कभी भी किसी प्रकार का पार्टी विरोधी काम नहीं किया है। इस बात का दावा मेरे अमरोहा की जनता है। मैंने भारतीय जनता पार्टी की सरकार की जन विरोधी नीतियों का विरोध जरूर किया है और आगे भी करता रहूंगा।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अमरोहा की जनता को मैं आश्वासन देना चाहता हूं कि आपकी सेवा में मैं हमेशा हाजिर रहूंगा।
पार्टी के विरुद्ध जाकर काम कर रहे थे- सतीश चंद्र मिश्रा
बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने पत्र के जरिये कहा कि दानिश अली को कई बार मौखिक रूप से कहा गया कि वो पार्टी की नीतियों, विचारधारा और अनुशासन के विरूद्ध जाकर कोई भी बयानबाजी एवं कृत्य न करें, लेकिन इसके बाद भी वो लगातार पार्टी के विरुद्ध जाकर कृत्य करते आ रहें हैं। इसके चलते पार्टी के हित में दानिश अली को बसपा की सदस्यता से तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
राहुल गांधी ने की थी मुलाकात
21 सितंबर को लोकसभा में बसपा सांसद दानिश अली के खिलाफ बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी ने आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल किया था। इस घटना के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी दानिश अली के आवास पर पहुंचे थे और उनसे मुलाकात की थी।
राहुल ने कहा था कि रमेश बिधूड़ी की यह शर्मनाक और ओछी हरकत सदन की गरिमा पर कलंक है। वहीं, मध्य प्रदेश में बसपा विधायकों को कांग्रेस ने पार्टी में शामिल कर लिया था। इससे मायावती बहुत ज्यादा खफा हुई थीं।
Author: samachar
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