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19 January 2025 7:57 pm

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87 रेप…एक दिन में…. अपनों की गंदी निगाहों से सुरक्षित नहीं हैं लड़कियां तो फिर कहां जाएं बेचारी…..

46 पाठकों ने अब तक पढा

दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

एक दिन में 87 रेप, सोचिए ये डाटा कितना डराने वाला है। टेलीविजन अखबार जहां भी नजरे दौड़ाओ रेप की घटनाएं देखने को मिल जाती है, लेकिन सबसे ज्यादा खौफनाक होता है जब लड़कियां जिनपर सबसे ज्यादा भरोसा करती हैं, जो उनके अपने होते हैं वहीं उनकी जिंदगी नर्क से बदतर कर दें। जब लड़कियां बाहर निकलती है तो सुरक्षा को लेकर सौ हिदायतें दी जाती है, लेकिन जरा इन मामलों पर नजर दौड़ाइए जहां बाहर नहीं घर के अंदर ही रेप का शिकार हुई हैं बेटियां।

क्या घर में ही सुरक्षित नहीं हैं लड़कियां!

चुरु में बुआ के बेटे ने किया रेप

  1. ये मामला राजस्थान के चुरु का है। यहां 19 साल की एक लड़की अपने घर पर अकेली थी। छोटा भाई स्कूल गया हुआ था। दरअसल इस लड़की की मां की कुछ दिन पहले ही मौत हुई थी। इसी बहाने से इस लड़की की बुआ का बेटा इनके घर पर मिलने आया। घर पर अपनी बहन को अकेला देखकर ये लड़का हैवान बन गया और अपनी ही बहन की अस्मत लूट ली। रिश्तों को तार-तार करने वाला ये मामला तब सामने आया जब बाद में लड़की ने अपने परिवारवालों को पूरी कहानी बताई। लड़के के खिलाफ शिकायत दर्ज करवा दी गई है।

पाली में सगा भाई बना हैवान

  1. राजस्थान के पाली में तो इससे भी खतरनाक केस कुछ महीने पहले सामने आया था। 19 साल की लड़की को उसके सगे भाई ने अपनी हैवानियत का शिकार बनाया है। चार साल तक लड़की का सगा भाई उसका रेप करता रहा। मां को लड़की ने ये बात बताई तो मां भी चुप रही। उल्टा लड़की को किसी से बात न बताने की हिदायतें दे डाली। भाई रेप करता और फिर जान से मारने की धमकी देता। 4 साल तक वो ये सब सहती रही। आखिरकार 19 साल की इस लड़की ने हिम्मत दिखाई और पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।

कानपुर में भी भाई के खिलाफ रेप केस

  1. कानपुर में भी एक ऐसा ही खौफनाक मामला इसी साल सामने आया। कानपुर के कल्याण थाने में एक लड़की ने अपने भाई और मां के खिलाफ केस दर्ज करवाया। इस लड़की का सगा भाई तंत्र-मंत्र के नाम पर रेप कर रहा था। मां भी सब कुछ जानती थी, लेकिन वो भी अपने बेटे का ही साथ दे रही थी। घर के अंदर ही लड़की की इज्जत रोज लूटी जा रही थी। भाई इज्जत लूटना और फिर लड़की पिटाई भी करता। मां बेटी को समझाती कि अगर किसी को कुछ बताएगी तो परिवार की बदनामी होगी। बेचारी लड़की महीनों तक ये दर्द झेलती रही।

किस पर भरोसा करें लड़कियां?

सोचिए ये कैसी घटनाएं हैं जिस भाई पर अपनी बहन की रक्षा का जिम्मा होता है वही भाई हैवान बन गया। डाटा के मुताबिक भारत में रोज 87 रेप के मामले दर्ज होते हैं जिनमें से कई मामलों में लड़कियां अपनों का ही शिकार बनती हैं। राजस्थान रेप के मामलों में सबसे आगे हैं। बलात्कार के 97% मामलों में पहचान वाला ही आरोपी निकलता है। एक डाटा के मुताबिक साल 2021 में 31677 मामलों में से 30571 मामलों में आरोपी पीड़िता की पहचान वाला ही है, जबकि 2024 रेप परिवारवालों ने किए हैं।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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