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19 January 2025 7:44 pm

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जो कदम स्कूल की तरफ जाने चाहिए उसके सिर पर ईंट का बोझ…कहां गया बालश्रम कानून ?

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

अयोध्या: जिन कंधों पर बस्ते होने चाहिए। जो कदम स्कूल की तरफ जाने चाहिए। वह बच्ची अपने सिर पर ईंट का बोझ ढो रही है। बाल श्रम कानूनों की धज्जियां जब इसका अनुपालन कराने वाली एजेंसियां ही कराने लगें तो फिर स्थिति को समझा जा सकता है। कुछ ऐसा होता उत्तर प्रदेश के अयोध्या में दिखा है। यहां पर एक छोटी बच्ची सिर पर ईंटें रखकर ढोती दिखाई दी। श्रम कानून का खुला उल्लंघन कर सरकारी योजनाओं के निर्माण में ठेकेदार बच्चों से मजदूरी करवा रहे हैं। इसका विडियो वायरल हुआ, तो मामला गरमा गया। जिम्मेदारों से सवाल कए जाने लगे, लेकिन जवाब कौन दे? अधिकारी ठेकेदार पर आरोप लगा रहे हैं। कार्रवाई की बात कर रहे हैं।

सरकारी योजना के तहत चल रहे काम के दौरान एक छोटी बच्ची को सिर पर ईंट रखकर ढोता देखा जा सकता है। नन्ही बच्ची सीवर लाइन निर्माण के दौरान अपनी मां के साथ काम करती दिख रही है। यह नजारा नगर के अंगूरी बाग में जल निगम की ओर से शहर में बिछाई जा रही सीवर लाइन निर्माण का है। जल निगम के परियोजना प्रबंधक आनंद कुमार दूबे ने सफाई में कहा है कि बच्चों से मजदूरी करवाने का मामला सामने आया है। इसे गंभीरता से लिया गया है। काम करवाने वाले ठेकेदार को चेतावनी दी गई है।

आनंद कुमार दुबे ने कहा कि ठेकेदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी। उनका कहना है कि आदिवासी मजदूर निर्माण कार्य में लगाए गए हैं। इसमें मजदूरों के बच्चों को भी उनके साथ मजदूरी करते देखा गया है। जब मासूम बच्चों के हाथों में कापी, किताब, पेंसिल और खिलौनों की जगह होनी चाहिए, उस समय उनको ईंट और कंक्रीट के बीच काम करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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