Explore

Search
Close this search box.

Search

24 February 2025 12:06 pm

लेटेस्ट न्यूज़

बर्खास्त पुलिस चाचा के साथ मिलकर करती थी ये हनीट्रैप का शिकार यह ‘एके-47’ वाली भतीजी…

48 पाठकों ने अब तक पढा

दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

कानपुर: यूपी के कानपुर में एक हनीट्रैप का अनोखा का मामला प्रकाश में आया है। एक बर्खास्त सिपाही अपनी भतीजी के जरिए व्यापारियों और अधिकारियों को हनीट्रैप का शिकार बनाता था। भतीजी हनीट्रैप का शिकार बनाने के बाद व्यापारियों और अधिकारियों को पर रेप का आरोप लगाकर लाखों रुपए की डिमांड करती थी। रेप की एफआईआर दर्ज कराने के बाद सुलहनामे के नाम पर लाखों की ठगी करते थे। कानपुर का मोरंग कारोबारी भी हनीट्रैप का शिकार हुआ था। सिपाही ने भतीजी के साथ मिलकर रेप की एफआईआर दर्ज कराई थी। जेल से छूटने के बाद मोरंग कारोबारी ने उनकी करतूत से पर्दा उठाया है।

सिपाही रवींद्र राजपूत की भतीजी की सोशल मीडिया पर एके-47 के साथ फोटो वायरल है। सिपाही रहते हुए रवींद्र मोरंग का काम करता था। कल्यानपुर में रहने वाले हरिश्चंद्र पांडेय मोरंग के बड़े कारोबारी हैं। इसी दौरान सिपाही की मोरंग कारोबारी हरिश्चंद्र से दोस्ती हो गई। सिपाही ने हरिश्चंद्र से ढाई लाख रुपए उधार लिए थे। हरिश्चंद्र ने जब सिपाही से ढाई लाख रुपए वापस मांगे तो उसने भतीजी को आगे कर दिया। सिपाही ने अपनी भतीजी को आगे कर कारोबारी को हनीट्रैप में फंसा लिया।

व्यापारी को हनीट्रैप में फंसाया

सिपाही की भतीजी ने हरिश्चंद्र को अपने जाल फंसाने के लिए प्लान तैयार किया। सीमा ने हश्चिंद्र को एक होटल में बुलाया कि तुम्हारी कुछ बिल्डरों से मुलाकात करानी है। बिल्डर एडवांस आर्डर देंगे। हरिश्चंद्र का कहना है कि मुझे सीमा की हरकतें समझ में नहीं आ रहीं थीं। मैं रिसेप्शेसन से ही भाग कर निकल आया था। इसके बाद सीमा ने रेप का आरोप लगाकर कल्यानपुर थाने में एफआईआर दर्ज करा दी। पुलिस ने इस आरोप में जेल भेज दिया था।

व्यापारी की पत्नी से मांगे 50 लाख

बर्खास्त सिपाही अपनी भतीजी के साथ मिलकर मोरंग कारोबारी की पत्नी से 50 लाख रुपए की डिमांड करने लगा था। तीन महीने बाद जब हरिश्चंद्र जेल से बाहर आया, तो उन्होने बर्खास्त सिपाही और उसकी भतीजी का रेकॉर्ड खंगाला। जिसमें पता चला कि चाचा-भतीजी कई बिल्डरों और अधिकारियों को हनीट्रैप में फंसा कर शिकार बना चुके हैं।

अधिकारी भी बने हनीट्रैप का शिकार

बर्खास्त सिपाही और उसकी भतीजी महोबा की रहने वाली है। सिपाही की भतीजी पहले सोशल मीडिया पर आर्कषक फोटो भेज कर अपने जाल में फंसाती थी। इसके बाद उनपर रेप का केस कराती थी। इसमें भोपाल के दो रेलवे के अधिकारी भी शामिल हैं। इसके साथ चार व्यापारी भी इनके शिकार हो चुके हैं।

सिपाही को किया गया बर्खास्त

एसीपी कल्यानपुर विशाल पांडेय के मुताबिक एक व्यापारी ने एक सिपाही और उसकी भतीजी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। इस मामले में जांच के बाद सिपाही को बर्खास्त कर दिया गया है। इस प्रकरण की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी गई है। इसमें आगे की कार्रवाई की जा रही है।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

लेटेस्ट न्यूज़