विवेक चौबे की रिपोर्ट
दुमका। जरुवाडीह में पेट्रोल से जला दी गई 16 वर्षीय छात्रा अंकिता शनिवार देर रात जिंदगी की जंग हार गई। बीते चार दिन से रिम्स में जिंदगी के लिए जूझ रही अंकिता ने दम तोड़ दिया। अंकिता की मौत की सूचना जैसे ही दुमका पहुंची, लोग आक्रोशित हो उठे। घटना के विरोध में जगह-जगह प्रदर्शन होने लगे। लोग दुकान बंद कराने लगे। इससे इलाके में तनाव है। एहतियातन पूरे शहर में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। शहर में निषेधाज्ञा लागू है।
बता दें कि बीते 23 अगस्त को एकतरफा प्यार में शाहरुख नाम के युवक ने खिड़की से पेट्रोल छिड़क कर अंकिता के शरीर में आग लगा दी थी। इससे वह करीब 95 प्रतिशत तक जल गई थी। बाद में गंभीर हालत में उसे रिम्स में भर्ती कराया गया था। यहां इलाज के दौरान शनिवार रात उसकी मौत हो गई। अंकिता की मौत के बाद बजरंग दल, विहिप और भाजपा महिला मोर्चा ने दुमका बंद कराया। आक्रोशित लोगों ने पूरे दिन दुमका में विरोध-प्रदर्शन किया। लोगों की मांग थी कि फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई करा आरोपी को फांसी दी जाए।
मृतक छात्रा के घर पहुंचे एसपी
इधर दुमका एसपी रविवार शाम अंकिता के घर पहुंचे। यहां उन्होंने परिजनों को आश्वासन दिया कि दोषी युवक को फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई करवाकर सजा दिलवाने का प्रयास किया जाएगा। बता दें कि हत्यारोपी शाहरुख अभी दुमका जेल में है।
दुमका में निषेधाज्ञा लागू
अंकिता की मौत की सूचना के बाद दुमका शहर में उबाल है। तनाव को देखते हुए दुमका में पुलिस और प्रशासन ने फ्लैग मार्च निकाला। इतना ही नहीं सभी चौक-चौराहों पर पुलिस बल तैनात किया गया है। आक्रोश और जगह-जगह हो रहे विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए सदर एसडीओ ने धारा 144 के तहत दुमका में निषेधाज्ञा लागू कर दी है।
Author: samachar
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