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November 22, 2024 8:52 pm

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भाभी को खुश करने के लिए ननद कर रही थी ये काम, जब खुला राज तो हो गई पानी पानी

12 पाठकों ने अब तक पढा

विवेक चौबे की रिपोर्ट 

हजारीबाग,  भाभी और ननद के रिश्तों की सैकड़ों कहानियां हमारे लोक समाज के बीच सदियाें से प्रचलित हैं। दोनों के बीच नोकझोंक की कहानियां आपने जितनी सुनी होंगी, उतनी ही प्यार की कहानियां भी सुनाई देती हैं। भाभी जहां अपनी ननद की हर मनचाही मुराद पूरी करने के लिए जोखिम उठाती है, वहीं ननद भी भाभी का सहारा बनकर हर सुख-दुख में साथ निभाती है। दोनों एक दूसरे से मन की बात साझा करती हैं। जब ननद गलत रास्ते पर कदम रखती है तो भाभी ही उसे प्यार से समझाकर रास्ते पर लाती है।

लेकिन झारखंड के हजारीबाग जिले की यह कहानी कुछ और है। थोड़ी-सी भिन्न है। हां, इसके दोनों पात्र ननद और भाभी जरूर हैं। इस सच्ची कहानी में भाभी के प्यार में कुछ भी कर गुजरने का माद्दा है। शायद यही वजह है कि भाभी को परीक्षा में पास कराकर करियर संवार देने के लिए ननद ने जोखिम भरा कदम उठा लिया। वह मकसद में कामयाब तो नहीं हो सकी, लेकिन जेल पहुंच गई। कई तरह के फर्जीवाड़े का आरोप उसके दामन को भी दागदार कर गया। कहानी कुछ यूं है-

झारखंड अधिविद्य परिषद द्वारा आयोजित प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षण प्रवेश परीक्षा में पहले दिन सोमवार को यशोदा की जगह परीक्षा दे रही मुन्नी गिरफ्तार हुई है। मुन्नी कुमारी के पिता का नाम रामवृक्ष दास है। वह बिहार के नवादा जिले के रजौली तिलैया गांव की रहने वाली है। जांच के दौरान मजिस्ट्रेट दीपक कुमार ने गुप्त सूचना के आधार पर मुन्नी कुमारी को गिरफ्तार किया। इस बाबत केंद्राधीक्षक के आवेदन पर सदर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। आवेदन में बताया गया है कि मुन्नी कुमारी प्रवेश परीक्षा में यशोदा कुमारी पिता बसंत दास के बदले परीक्षा दे रही थी। पूछताछ में बताया कि यशोदा उसकी भाभी है। श्रीकृष्ण आरक्षी उच्च विद्यालय हजारीबाग में यह प्रवेश परीक्षा आयोजित की गई थी। परीक्षा प्रारंभ होने के करीब आधा घंटे बाद मुन्नी कुमारी को गिरफ्तार कर लिया गया।

भाभी के आधार कार्ड में भी चिपका दिया था अपना फोटो

प्रवेश परीक्षा देने के लिए मुन्नी कुमार पूरी तैयारी के साथ पहुंची थी। किसी भी आपात परिस्थिति से बचने के लिए उसने बकायदा कई तरह के दस्तावेज बना रखे थे। भाभी के आधार कार्ड में उसने अपनी फोटो भी संपादित करा लिए थे। यानी फर्जी आधारकार्ड बनाकर रेडी थी। मजिस्ट्रेट ने आधार कार्ड भी जब्त कर लिया है। दूसरे के नाम पर परीक्षा देने की खबर वायरल होते ही परीक्षा केंद्र में हड़कंप मच गया। इसके बाद सभी परीक्षार्थियों की विशेष जांच शुरू कर दी गई।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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