संजय कुमार वर्मा की रिपोर्ट
देवरिया जिले में पुलिस ने शराब तस्करों के एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है। घटना तब सामने आई जब मईल थाना क्षेत्र की पुलिस को सूचना मिली कि दूध के वाहनों का इस्तेमाल करके बिहार राज्य में अवैध शराब की तस्करी की जा रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने सतर्कता बढ़ाई और वाहनों की सघन चेकिंग शुरू की।
मुखबिर की सूचना पर की गई कार्रवाई
भागलपुर चौराहे के पास एक दूध वाहन को रोका गया। वाहन में सवार लोगों ने पुलिस को बताया कि गाड़ी में दूध के कंटेनर भरे हुए हैं और उन्हें जल्द जाने दिया जाए। हालांकि, पुलिस ने वाहन की तलाशी लेने की जिद की। तलाशी के दौरान दूध के कंटेनरों में शराब की पेटियां छिपी हुई पाई गईं।
इस अप्रत्याशित खुलासे के बाद मौके पर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी, सीओ रुद्रपुर अंशुमन श्रीवास्तव, तुरंत पहुंचे। पुलिस ने वाहन से 85 पेटी अवैध देशी शराब बरामद की। साथ ही, चार तस्करों को गिरफ्तार किया गया, जो देवरिया जिले के ही रहने वाले हैं।
फर्जी नंबर प्लेट और खुरचे हुए चेचिस नंबर
पुलिस ने शराब तस्करी में इस्तेमाल किए गए दो वाहनों को भी जब्त किया है, जिनमें एक पिकअप वाहन और एक बोलेरो शामिल हैं। इन वाहनों पर लगे नंबर प्लेट फर्जी पाए गए, और चेचिस नंबर भी खुरचा हुआ था, जिससे इनकी पहचान छिपाने की कोशिश की गई थी।
बरामद हुए अन्य सामान
तलाशी के दौरान पुलिस ने 60 पेटी प्लास्टिक के दूध कंटेनर बरामद किए, जिनका उपयोग शराब छिपाने के लिए किया जा रहा था। इसके अलावा, मौके से छह मोबाइल फोन भी जब्त किए गए हैं। पुलिस इन मोबाइल फोन की जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि तस्करों का संपर्क किन-किन लोगों से है और इस अवैध कारोबार में कौन-कौन शामिल है।
लंबे समय से चल रहा था रैकेट
सीओ अंशुमन श्रीवास्तव ने बताया कि यह गिरोह लंबे समय से पुलिस को चकमा देकर शराब तस्करी कर रहा था। जांच में यह भी पता चला है कि देवरिया जिले से शराब की खेप बिहार भेजी जा रही थी। फिलहाल, गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है और पुलिस रैकेट से जुड़े अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है।
पुलिस का सख्त रुख
सीओ ने कहा कि इस मामले को पूरी तरह से उजागर किया जाएगा और रैकेट में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। एक पिकअप से इतनी बड़ी मात्रा में शराब बरामद होने से यह साफ हो गया है कि तस्करी में कई अन्य वाहन भी शामिल हो सकते हैं। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि जल्दी ही इस गिरोह का पूरा नेटवर्क तोड़ दिया जाएगा।
इलाके में सनसनी
इस कार्रवाई के बाद से इलाके में हड़कंप मच गया है। स्थानीय लोग पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना कर रहे हैं, लेकिन साथ ही यह भी चिंता जताई जा रही है कि तस्करों का नेटवर्क कितना बड़ा हो सकता है।
देवरिया पुलिस की इस सख्त कार्रवाई से यह संदेश गया है कि अवैध गतिविधियों में शामिल किसी भी व्यक्ति को अब बख्शा नहीं जाएगा।