चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
वाराणसी में भेलूपुर थाना क्षेत्र के भदैनी इलाके में सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया गया है। यहां पति-पत्नी और उनके तीन बच्चों दो बेटों और एक बेटी की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। पहले ऐसा लग रहा था कि पत्नी और तीनों बच्चों की हत्या कर पति ने आत्महत्या की है।
लेकिन आरंभिक जांच में पता चल रहा है कि किसी ने पांचों का खात्मा किया है। पत्नी और बच्चों का शव भदैनी स्थित मकान में और पति का शव रोहनिया स्थित निर्माणाधीन मकान में मिला। सभी को दो से तीन गोलियां मारी गई हैं।
वाराणसी पुलिस अब संपत्ति विवाद, अवैध संबंध के अलावा 27 साल पहले परिवार में हुए दो हत्याकांड को जोड़कर छानबीन कर रही है। पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने बताया कि जांच के बाद स्थिति स्पष्ट होगी। खुलासे के लिए पुलिस की पांच टीमें गठित की गईं हैं।
पुलिस के अनुसार भदैनी पानी की टंकी के सामने सड़क पार गली में 15 साल पुराने चार मंजिला मकान में मां शारदा देवी, 56 वर्षीय राजेंद्र गुप्ता, उनकी पत्नी 45 वर्षीय नीतू, बेटे 24 वर्षीय नवेंद्र, 15 वर्षीय सुवेंद्र और बेटी 17 वर्षीय गौरांगी के साथ रहते थे। मकान की तीन मंजिल पर राजेंद्र ने अपने लिए एक-एक फ्लैट रखा था। जबकि बाकी अन्य कमरे और फ्लैटों में किरायेदार हैं। मंगलवार दिन में करीब 11 बजे नौकरानी ने पहले तल पर नीतू का कमरा खोला तो देखा कि खून से लथपथ उसका शव फर्श पर पड़ा है।
वह भागकर दूसरे मंजिल पर पहुंची तो देखा कि दो अलग-अलग बेडरूम में नवेंद्र और गौरांगी की लाश पड़ी है। बाथरूम में सुवेंद्र की लाश थी। यह देख वह शोर मचाने लगी और गश खाकर गिर पड़ी। शोर सुनकर किरायेदार भी पहुंचे तो सन्न रह गये। सूचना पर भेलूपुर पुलिस और अफसर पहुंचे। राजेंद्र गुप्ता पर हत्या करने की चर्चा के बीच उसकी तलाश की जाने लगी।
दोपहर 2 बजे पुलिस राजेंद्र के मोबाइल लोकेशन के आधार पर मीरापुर रामपुर (रोहनिया) में निर्माणाधीन मकान पर पहुंची तो वहां तख्त पर मच्छरदानी में खून से लथपथ उसकी लाश भी मिली। पहले पुलिस ने माना कि पत्नी और बच्चों की हत्या कर राजेंद्र ने आत्महत्या कर ली है।
आरंभिक छानबीन में सामने आया कि एक गोली उसके सिर में और दूसरी सीने में लगी है। शरीर पर केवल बनियान था। मौके से एक ट्वॉय गन मिला। आशंका है कि किसी ने पूरे परिवार को ठिकाने लगाने के उद्देश्य से हत्या की है। परिवार में भूतल पर रहने वाली राजेंद्र की 75 वर्षीय मां शारदा देवी बची हैं।