नौशाद अली की रिपोर्ट
अरबाज़ ने साथियों सहित दुर्गापूजा पंडाल में लगा भगवा ध्वज नोच कर नाली में फेंक दिया। इसके बाद बज रहे भजन पर आपत्तिनक टिप्पणियाँ की गईं।
उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में दुर्गापूजा पंडाल में घुसकर इस्लामिक कट्टरपंथियों की भीड़ द्वारा उपद्रव करने का मामला सामने आया है।
आरोपितों में कलीम, अरबाज़, इमरान और मुख़्तार शामिल हैं, जिन्होंने महिला श्रद्धालुओं से अभद्रता की और पंडाल में लगे भगवा ध्वज को नोचकर नाली में फेंक दिया। साथ ही, उन्होंने पूजा के दौरान बज रहे भजन को बंद कर भोजपुरी गाने चलाने का दबाव बनाया। यह घटना शनिवार (5 अक्टूबर 2024) को हुई। पुलिस ने केस दर्ज कर चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह घटना बलरामपुर जिले के रेहरा बाजार थाना क्षेत्र के हुसैनाबाद के पाँचूडीह गाँव की है। ग्रामीणों ने शिकायत की है कि हर साल की तरह इस साल भी वे मंदिर में शारदीय नवरात्रि का आयोजन कर रहे थे, जिसे असफल करने के लिए कलीम, अरबाज़, इमरान और मुख़्तार ने साजिश रची।
शनिवार को ये चारों आरोपित दुर्गापूजा पंडाल में पहुँचे और भगवा ध्वज को नोचकर नाली में फेंक दिया। इसके बाद बिजली का खंभा तोड़ दिया और जनरेटर का तार खींचकर भजन बंद करवा दिया। इन लोगों ने भजन पर गंदी टिप्पणियाँ की और भोजपुरी गाने बजाने का दबाव बनाया। जब श्रद्धालुओं ने विरोध किया, तो उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई। शिकायतकर्ताओं में राम सजीवन, राम प्यारे, रामसूरत वर्मा और हंसराज यादव के नाम शामिल हैं।
इन सभी ने आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की माँग की है। ऑपइंडिया के पास शिकायत कॉपी मौजूद है। पुलिस ने शिकायत का संज्ञान लेते हुए अरबाज़, कलीम, इमरान और मुख़्तार के खिलाफ नामजद FIR दर्ज कर ली। इन सभी पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 298, 324, 352 और 351 (3) के तहत कार्रवाई की है। रविवार (6 अक्टूबर) को चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले में जाँच व अन्य जरूरी कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
Author: samachar
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