सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट
लखनऊ में बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की सुप्रीमो मायावती ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर जोरदार पलटवार किया है। राहुल गांधी द्वारा देश में जाति जनगणना कराने की लगातार उठ रही मांग पर मायावती ने सवाल खड़े किए हैं।
रविवार को सोशल मीडिया पर कई पोस्ट करते हुए मायावती ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि जब कांग्रेस सत्ता में थी, तब उन्होंने जातीय जनगणना क्यों नहीं कराई? अब इस मुद्दे पर बात करने का कोई औचित्य नहीं है।
मायावती ने जोर देकर कहा कि बीएसपी हमेशा से जाति जनगणना की पक्षधर रही है, क्योंकि यह कमजोर वर्गों के हित में बेहद जरूरी है।
मायावती ने अपने X (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर लिखा कि प्रयागराज में संविधान सम्मान समारोह आयोजित करने वाली कांग्रेस पार्टी को बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के अनुयायी कभी माफ नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने संविधान के मुख्य निर्माता बाबा साहेब को उनके जीवनकाल में और उनके निधन के बाद भी भारत रत्न की उपाधि से सम्मानित नहीं किया। इसके अलावा, बाबा साहेब की आंदोलन को गति देने वाले कांशीराम के निधन पर कांग्रेस, जो उस समय केंद्र में सत्ता में थी, ने एक दिन का भी राष्ट्रीय शोक घोषित नहीं किया।
इसी तरह समाजवादी पार्टी (सपा) ने भी कांशीराम के सम्मान में राजकीय शोक घोषित नहीं किया। मायावती ने इन पार्टियों की दोगली सोच, चाल, और चरित्र से जनता को सजग रहने की सलाह दी।
सपा और बीजेपी पर भी निशाना साधते हुए, मायावती ने कहा कि एससी/एसटी को संविधान के तहत मिले आरक्षण में अब वर्गीकरण और क्रीमीलेयर की आड़ में इसे निष्प्रभावी बनाने और खत्म करने की साजिश चल रही है।
मायावती ने सवाल किया कि इस साजिश के विरोध में कांग्रेस, सपा और बीजेपी जैसी पार्टियों की चुप्पी क्या इनके दलित प्रेम को दर्शाती है? उन्होंने यह भी कहा कि आरक्षण विरोधी पार्टियों के साथ किसी भी चुनाव में गठबंधन करना क्या एससी, एसटी और ओबीसी वर्गों के हित में उचित होगा?
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."