इरफान अली लारी की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि किसी भी समर्थ और सशक्त राष्ट्र की सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धि शिक्षा होती है। उन्होंने इसे एक सभ्य, समर्थ समाज और सशक्त राष्ट्र की बुनियाद और बुनियादी जरूरत बताया। मुख्यमंत्री ने यह बात गोरखपुर के चरगांवा ब्लॉक में “निपुण भारत मिशन” के तहत प्रदेश में ‘रोड टू स्कूल’ प्रोजेक्ट के शुभारंभ के अवसर पर कही।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि शिक्षा से व्यक्ति आत्मनिर्भर बनता है, जो समाज और राष्ट्र की आत्मनिर्भरता में योगदान करता है। उन्होंने कहा कि अगर व्यक्ति आत्मनिर्भर होगा तो भारत को विश्व की सबसे बड़ी ताकत बनने से कोई नहीं रोक सकता।
उन्होंने प्राचीनकाल में गुरुकुल प्रणाली और तक्षशिला, नालंदा, विक्रमशिला, काशी, कांचीपुरम जैसे शिक्षा केंद्रों की ख्याति का उल्लेख किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश को आजादी मिलने के बाद भी शिक्षा के क्षेत्र को मजबूत बनाने के प्रयास हुए, लेकिन अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है।
2017 से पहले उत्तर प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में बड़ी संख्या में बच्चों का ड्रॉपआउट होना एक गंभीर समस्या थी। योगी ने बताया कि 2017 के पहले, कई बच्चे स्कूल नहीं जाते थे, और कक्षा पांच और आठ के बाद एडमिशन नहीं लेते थे। लेकिन ‘स्कूल चलो अभियान’ और शिक्षकों की सक्रिय भूमिका के कारण अब यह समस्या काफी हद तक दूर हो गई है। इस अभियान के परिणामस्वरूप 2017 के बाद परिषदीय विद्यालयों में 50 से 60 लाख नए बच्चों का नामांकन हुआ है। कोरोना महामारी के बावजूद भी इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या 1.34 करोड़ से बढ़कर 1.92 करोड़ हो गई है।
सीएम योगी ने ‘रोड टू स्कूल’ प्रोजेक्ट को एक अभिनव पहल बताते हुए कहा कि जब हम बच्चों का भविष्य उज्ज्वल बनाएंगे, तो भारत का भविष्य उज्ज्वल बनाने में सफल होंगे। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य बच्चों को स्कूल लाने, उनकी नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने और शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल और कला कौशल में उनकी प्रगति की मॉनिटरिंग करना है। इसके पहले चरण में चरगांवा ब्लॉक के 78 परिषदीय विद्यालयों को शामिल किया गया है, जिससे 17,781 विद्यार्थी लाभान्वित होंगे।
दूसरे चरण में भटहट ब्लॉक के 90 परिषदीय विद्यालयों के 16,434 छात्रों को इस प्रोजेक्ट का लाभ मिलेगा। इस पहल के माध्यम से बच्चों का नामांकन बढ़ाने, ड्रॉपआउट रोकने, शिक्षा में अभिरुचि बढ़ाने, स्वास्थ्य देखभाल करने और खेल एवं कौशल के क्षेत्र में प्रगति सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने शिक्षकों को नए भारत का निर्माता बताते हुए उन्हें स्वयं को ज्ञान के विभिन्न आयामों से अपडेट रखने का आह्वान किया, ताकि वे बच्चों को योग्य नागरिक बना सकें। उन्होंने कहा कि शिक्षक अपने विषय के साथ-साथ सामाजिक दायित्वों की भी जानकारी रखें, ताकि वे बच्चों को कुशल और आत्मनिर्भर बना सकें।
योगी आदित्यनाथ ने ‘रोड टू स्कूल’ प्रोजेक्ट के साथ मिलकर इस महत्वपूर्ण पहल को शुरू करने के लिए अशोक लीलैंड लिमिटेड और लर्निंग लिंक फाउंडेशन को धन्यवाद भी दिया।
Author: samachar
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