आज के ही दिन आए जलजले का मंजर याद कर आज भी कांप उठती है रूह, 19000 लोग बने थे शिकार
71 पाठकों ने अब तक पढामनोज उनियाल की रिपोर्ट कांगड़ा। घाटी में 117 साल पहले चार अप्रैल को आए भूकंप […]
71 पाठकों ने अब तक पढामनोज उनियाल की रिपोर्ट कांगड़ा। घाटी में 117 साल पहले चार अप्रैल को आए भूकंप […]