हिमांशु नौरियाल की रिपोर्ट
उत्तराखंड। 21 नवंबर 2023 को दी नेशनल हेल्पिंग हैंड ट्रस्ट रजिस्टर्ड 732 गांव बिजौली तहसील रुड़की जिला हरिद्वार उत्तराखंड के प्रथम स्थापना दिवस के उपलक्ष में ट्रस्ट अध्यक्ष नौशाद हाशमी की अध्यक्षता में इकरा इंटरनेशनल स्कूल ढंडेरा में राष्ट्रीय एकता अखंडता खुशहाली एवं सामाजिक समर सत्ता के लिए राष्ट्र भ्रातृ यज्ञ समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि राष्ट्र भ्रातृ यज्ञ के संयोजक वैचारिक क्रांति के एवं बृजवासी गौरक्षक सेवा के राष्ट्रीय कवि ऋषि पाल भदाना जिला सोनीपत हरियाणा के साथ सैकड़ो लोगों ने अपनी राष्ट्र भ्रातृ यज्ञ मे आहुतियां देकर करके राष्ट्र के प्रति सच्चा प्रेम करने वाले शहीदों व महापुरुषों के राष्ट्र के प्रति उनकी सेवाओं को नमन किया गया।
इस अवसर पर बच्चों द्वारा देशभक्ति कविता, भजन, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, नशा मुक्ति भारत नाटक भी प्रस्तुत किए गए।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि एवं संस्था के सदस्यों द्वारा 35 बच्चों समाज सेवकों सहित72 को सम्मानित किया गया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि ऋषि पाल गांव भदाना ने कहा अपना प्यारा भारत देश गंगा जमुना सरस्वती की तहजीब का देश है जिसके आदर्श सेवा व त्याग रहे हैं इन्हीं आदर्शो लिए हमारे देश के शहीदों व महापुरुषों ने अपना त्याग बलिदान दिया था और इन्हीं आदर्शो को बचाने के लिए अपने देशवासियों को अपने आपको तैयार करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि मौत आनी निश्चित है पर कायर की मौत न मरो। आजादी मिलती है त्याग व बलिदान से इसके लिए अपने आप को परिपूर्ण रूप से तैयार करो। दुनिया पूजे इस भारत की मिट्टी को। आज ऐसी हुंकार भरो।
इस कार्यक्रम में संस्था के सदस्यों द्वारा मुख्य अतिथि ऋषि पाल भदाना को सम्मानित पत्र देखकर सम्मानित किया गया मंच का संचालन मोहम्मद शाह नजर एडवोकेट ने किया।
इस अवसर पर अन्य अतिथिगण जगदीश शास्त्री ककरोई जिला सोनीपत पुलिस सहायता संगठन उत्तर प्रदेश राम बहादुर जी कमल प्रकाश शुक्ला जी संदीप कुशवाह सुरजीत त्रिवेदी डॉ अमित डबरा अधीक्षक केंद्र ढंडेरा हरिद्वार से सुशील कुमार अकरम पूजा निषाद फातिमा जीआरबी अकैडमी बिजौली आसिफ अली गांव बिजौली प्रधानाध्यापक इकराम रुड़की से रियासत अली रहमान की मुजम्मिल जी बिजौली से अखलाक खान सहित आसपास के सैकड़ो गण मन में व्यक्ति उपस्थित रहे।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."