इरफ़ान अली लारी की रिपोर्ट
बस्ती। जिले में एक हैरान करने वाली घटना हुई है।पुलिस कंट्रोल रूम में गुरुवार को एक महिला का फोन आया। फोन पर रोते हुए महिला ने कहा कि उसके पति की मौत हो गई है। ससुराल वाले उसे पति का चेहरा नहीं देखने दे रहे हैं, मुझे एक बार चेहरा दिखा दें।
इस पर कोतवाली पुलिस फोर्स के साथ महिला को लेकर श्मशान घाट पहुंचे। महिला ने चिता से लकड़ी उतारी, कफन हटाकर शव का चेहरा खोला। शव के साथ सेल्फी ली और वीडियो बनाया फिर न्याय दिलाने की बात कहते हुए वहां से लौट गई।
कोतवाली क्षेत्र में ब्लॉक रोड पर एक युवक अपने परिवार के साथ रहता था। उसका भाई एक सरकारी विभाग में क्लर्क है। करीब एक माह पूर्व युवक फांसी के फंदे से लटक गया था। परिजनों ने किसी तरह बचा कर उसे अस्पताल में भर्ती कराया जहां से गंभीर हालत में लखनऊ के लिए रेफर कर दिया गया। लखनऊ में इलाज के बाद चिकित्सक ने यह कहते हुए घर भेज दिया कि गले की नस खिंची है। एक माह में ठीक हो जाएगी। इस बीच गुरुवार भोर में युवक की मौत हो गई।
परिजन दाह संस्कार के लिए कुआनो नदी के मूड़घाट पहुंचे। भाई के सहकर्मी व आसपास के लोग दाह संस्कार की तैयारी में थे तभी वहां पर रोते बिलखते एक महिला पुलिसवालों के साथ आई। उसने खुद को मृत युवक की पत्नी बताया और कहा कि युवक ने उससे काफी समय पहले विवाह कर लिया था। वह बड़ेवन क्षेत्र स्थित एक मकान लेकर रहते थे। कुछ दिन पहले वह अपने घर भी ले गए थे, लेकिन परिवार में विवाद हो गया।
इसी के चलते उन्होंने आत्महत्या का प्रयास किया था। मरने के बाद परिवार वाले पति का चेहरा नहीं देखने दे रहे थे, इसलिए पुलिस का सहारा लेना पड़ा। इस बाबत कोतवाल विनय पाठक ने बताया कि महिला ने पुलिस से मदद मांगी थी। इस पर चौकी प्रभारी रौता चौराहा और बड़ेवन श्मशान घाट गए थे और महिला को युवक का चेहरा दिखाया गया।
Author: samachar
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