इरफान अली लारी की रिपोर्ट
बस्ती: उत्तर प्रदेश के बस्ती में लेडी मजिस्ट्रेट के साथ जो कुछ हुआ, वह सचमुच हैरान कर देने वाला है। एक सरकारी मुलाजिम अपने सहकर्मी के साथ इस प्रकार की हरकत भी कर सकता है, यह सोचकर लोग हैरत में पड़ रहे हैं। महिला तहसीलदार ने अपनी शिकायत में जिस प्रकार की बातें कहीं हैं, वह खौफनाक है।
महिला अधिकारी तो इस घटना के बाद तीन दिनों तक खुद से भी नजर मिलाने की हिम्मत नहीं कर पा रही थी। परिवार के लोगों को घटना के बारे में बताने में उन्हें शर्म आ रही थी। एक अधिकारी जो दूसरों को न्याय दिलाने के लिए खड़ी रहती हो, वह खुद को न्याय दिलाने के लिए भीतर तक घुटती रही। घर गई तो मां के सामने टूट गई। मां- पिता ने बेटी का हाल जाना तो उसे इंसाफ दिलाने के लिए पुलिस के पास गए। महिला तहसीलदार की तहरीर मिलते ही पुलिस अधिकारियों की भी हालत खराब हो गई। शिकायत बस्ती सदर के ही नायब तहसीलदार के खिलाफ थी। पुलिस के सीनियर अधिकारियों तक मामला पहुंचा। अब लेडी मजिस्ट्रेट को इंसाफ मिलने की उम्मीद जग रही है। पुलिस जांच के बाद कार्रवाई की बात कह रही है।
लेडी मजिस्ट्रेट के घर पर हुआ हमला
लेडी मजिस्ट्रेट ने अपने शिकायती पत्र में कहा है कि मैं बस्ती सदर तहसील में तहसीलदार के पद पर तैनात हूं। सरकारी आवास में अकेली रहती हूं। इसी के बगल में एक अन्य तहसीलदार रहते हैं। उन्होंने 12 नवंबर की रात मेरे आवास में आकर मेरे साथ बदसलूकी की। रेप का प्रयास किया। जान से मारने की कोशिश की।
जिंदगी और मौत के वो डेढ़ घंटे
लेडी मजिस्ट्रेट कहती हैं कि रात 1 बजे के करीब मेरे घर के दरवाजे पर दस्तक हुई। हमने गेट नहीं खोला। इसके बाद तहसीलदार आवास के पीछे बने दरवाजे पर गए। लात मारकर दरवाजा तोड़ दिया। जबरदस्ती मेरे आवास में घुसे। इसके बाद वह करीब 2:30 बजे तक जिंदगी और मौत के बीच झूलती रही। उसने उस घटना की जो दास्तान तहरीर में बताई है, रोंगटे खड़े कर देने वाली है।
लेडी मस्जिस्ट्रेट तहरीर में बताती हैं कि कमरे में आते ही तहसीलदार ने मुझे कई थप्पर मारे। गंदी- गंदी गालियां दी। गाल, होंठ, दाएं कंधे, दोनों बाहों और बाईं छाती पर दांत से काट लिया। मेरे कपड़े फाड़ दिए। मुझे फर्श पर गिराकर तेरे साथ रेप करने की कोशिश की। विरोध करने पर प्रताड़ित किया। मुझे दबोच कर और गला दबाकर मारने की कोशिश की।