इरफान अली लारी की रिपोर्ट
दुनिया जीतने की जिद रखने वाली टीम का आज आनलाइन मिलन हुआ। कार्यक्रम का आनलाइन संचालन समाचार दर्पण 24 के समाचार संपादक अंजनी कुमार त्रिपाठी ने किया और विशेष उद्बोधन कार्यकारी संपादक मोहन द्विवेदी ने किया।
समय समय पर अपने सहयोगियों से संपर्क करने का क्रम व्यक्तिगत रूप से हमारे संपादक मंडल के सदस्यों द्वारा किया जाता रहा है लेकिन आज परिवार में शामिल कुछ नये सदस्यों को एक दूसरे से मिलने का यह विशेष मौका यादगार बन गया।
अपने उद्बोधन में कार्यकारी संपादक मोहन द्विवेदी ने समाचार दर्पण की अब तक की यात्रा का सारगर्भित वृत्तांत सुनाया।
परिवार के बयोवृद्ध सहयोगी आत्माराम त्रिपाठी ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
समाचार दर्पण 24 के लिए स्थापना काल से ही सबसे ज्यादा प्रसार और समृद्ध करने का श्रेय परिवार के अपराध ब्यूरो प्रमुख चुन्नीलाल प्रधान ने अपना पत्रकारीय यात्रा का संक्षिप्त वृत्तांत सुनाया कि किस तरह उन्होंने परिवार के साथ रहकर समाचार लिखने की कला सीखी। परिवार के मुखिया अनिल अनूप ने उन्हें सार्वजनिक रूप से धन्यवाद दिया।
समाचार दर्पण 24 अपनी उपलब्धियों का श्रेय हमेशा अपने सहयोगियों को देता आ रहा है और उसी का परिणाम है कि प्रथम दिन 1244 दैनिक पाठकों के साथ आरंभ किया गया यह वैबसाइट आज 72500 दैनिक स्थाई पाठकों को अपने प्रभाव से बांध रखा है। वैसे आज स्थाई और अस्थाई पाठकों को मिलाकर कुल 164209 पाठकों की संख्या दैनिक रुप से बनी हुई है।
उत्तराखंड में भी परिवार का एक कार्यालय स्थापित किया गया है जिसका श्रेय उत्तराखंड से जुड़े हिमांशु नौरियाल को जाता है। इन्होंने बहुत ही कम समय में समाचार दर्पण 24 को राज्य स्तर पर काफी प्रसिद्ध कर दिया है। इनके प्रयास से ही आज उत्तराखंड में टीम का भी द्रुत गति से विकास हो रहा है। इस कड़ी में अब तक प्रेमलाल पेट वाल और अमित गोयल जी जैसे जोशीले और सुलझे सहयोगी को पाकर समाचार दर्पण 24 परिवार अनुग्रहित है।
मिलन गोष्ठी में प्रमुख रूप से आमंत्रित सहयोगियों में मुख्य उप संपादक दुर्गा प्रसाद शुक्ला, गया (बिहार) मंडल ब्यूरो चीफ रोहित कुमार, स्वतंत्र सहयोगी जयप्रकाश सिंह, झज्जर हरियाणा के जिला ब्यूरो चीफ जोगिंदर सिंह, हिमाचल बिलासपुर से विशेष सहयोगी मान सिंह सनौरी, गुरुग्राम जिला ब्यूरो चीफ ब्रजकिशोर सिंह, सीतापुर उत्तर प्रदेश जिला ब्यूरो चीफ तुषार प्रताप सिंह समय पर उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का समापन बडे़ ही सादगी से संचालक अंजनी कुमार त्रिपाठी ने किया।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."