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November 23, 2024 3:44 am

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देश के “जवानों” के साथ “जवान” बने मोदी, दिवाली की मिठाई खिलाई और जलाया ‘एक दीप जवानों के नाम

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सुरेन्द्र मिन्हास की रिपोर्ट

लेप्चा(हिप्र): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने रविवार को कहा कि देश से बढ़ती वैश्विक अपेक्षा के समय शांति बनाए रखने और भारत की सीमाओं को सुरक्षित रखने में सुरक्षा बलों की बड़ी भूमिका है। सैनिकों के साथ दिवाली मनाने की परंपरा को बरकरार रखते हुए प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारत रक्षा क्षेत्र में तेजी से एक बड़ी वैश्विक ताकत के रूप में उभर रहा है और इसके सुरक्षा बलों की क्षमताएं लगातार बढ़ रही हैं। पीएम मोदी ने रविवार को हिमाचल प्रदेश के लेप्चा में सुरक्षाबलों के साथ दिवाली मनाई और उनके अटूट साहस की सराहना करते हुए कहा कि जब तक देश की सीमाओं पर बहादुर जवान खड़े हैं, तब तक भारत सुरक्षित है।

प्रधानमंत्री ने सीमा के पास तैनात सुरक्षाकर्मियों के साथ दिवाली मनाने के बाद यहां जवानों को संबोधित किया। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की वर्दी पहने मोदी ने कहा क‍ि ऐसे महत्वपूर्ण समय में यह जरूरी है कि भारत की सीमाएं सुरक्षित रहें और देश में शांति का माहौल रहे और इसमें आपकी बड़ी भूमिका है।

प्रधानमंत्री ने कहा क‍ि भारत तब तक सुरक्षित है, जब तक मेरे बहादुर जवान हिमालय की तरह सीमाओं पर खड़े हैं। उन्होंने कहा क‍ि आजादी के बाद, इन बहादुरों (सेना के जवानों) ने कई युद्ध लड़े और देश का दिल जीता… हमारे जवानों ने चुनौतियों का सामना करते हुए विजय हासिल की है।

पीएम मोदी ने जवानों से कहा क‍ि कहा जाता है कि पर्व वहां होता है, जहां परिवार है। त्योहारों पर, परिवार से दूर रहना और सीमाओं पर तैनात रहना कर्तव्य के प्रति प्रतिबद्धता का उदाहरण है… देश आपका ऋणी है। प्रधानमंत्री ने कहा क‍ि इसलिए, दिवाली पर, एक दीया आपकी सुरक्षा के लिए है और हर प्रार्थना में लोग आपकी सुरक्षा की कामना करते हैं।

प्रधानमंत्री ने भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में निकासी और अन्य आपदाओं के दौरान सशस्त्र बलों द्वारा निभाई गई भूमिका की भी सराहना की। मोदी ने कहा क‍ि जब हमें सूडान से लोगों को बाहर निकालना था, तो भारत के बहादुरों ने साहस के साथ मिशन पूरा किया… जब तुर्किये में भूकंप आया, तो उन्होंने लोगों को बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल दी। उन्होंने कहा कि जहां भी भारतीय खतरे में हैं, सुरक्षा बल हमेशा उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

​सेना और सैनिकों पर गर्व

मोदी ने कहा क‍ि हमें अपनी सेना और सैनिकों पर गर्व है। प्रधानमंत्री ने कहा क‍ि मैं देश के आखिरी गांव, जिसे मैं पहला गांव कहता हूं, वहां मैं सुरक्षा बलों के साथ दिवाली मना रहा हूं। यहां से दिवाली की शुभकामनाएं विशेष हैं। उन्होंने कहा कि पिछली दिवाली से लेकर इस दिवाली तक का समय भारत के लिए अभूतपूर्व उपलब्धियों से भरा रहा है। मोदी ने चंद्रयान-3, आदित्य एल1 प्रक्षेपण, एशियाई और पैरालंपिक खेलों में 100 से अधिक पदक जीतना, नए संसद भवन में प्रवेश, महिला आरक्षण विधेयक का पारित होना, जी20 का सफल आयोजन और भारत का जीडीपी के मामले में दुनिया में पांचवां सबसे बड़ा देश बनना जैसी भारत की उपलब्धियां गिनाईं।

​सुबह लेप्चा पहुंचे पीएम मोदी

वह रविवार सुबह लेप्चा पहुंचे। उन्होंने सोशल मीडिया पर सैनिकों के साथ अपनी मुलाकात की तस्वीरें साझा कीं, जिनमें वह उन्हें मिठाई खिलाते भी नजर आ रहे हैं। प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा क‍ि हिमाचल प्रदेश के लेप्चा में हमारे बहादुर सुरक्षाबलों के साथ दिवाली मनाना गहरी भावनाओं और गर्व से भरा अनुभव साबित हुआ। उन्होंने लिखा क‍ि अपने परिवार से दूर रह रहे हमारे राष्ट्र के रक्षक अपने समर्पण से हमारे जीवन को रोशन करते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा क‍ि हमारे सुरक्षाबलों का साहस अटूट है। अपने प्रियजनों से दूर, सबसे दुर्गम इलाकों में तैनाती के दौरान उनका त्याग और समर्पण हमें सुरक्षित रखता है। उन्होंने कहा कि भारत हमेशा इन नायकों का आभारी रहेगा, जो बहादुरी और लचीलेपन के आदर्श प्रतीक हैं।

मोदी ने कहा क‍ि 30-35 साल से ऐसी कोई दिवाली नहीं रही, जो मैंने आपके साथ न मनाई हो। जब मैं न तो प्रधानमंत्री था और न ही मुख्यमंत्री, तब मैंने सीमावर्ती इलाकों में आपके बीच दिवाली मनाई थी। उन्होंने कहा कि भारत के सैनिक हमेशा अपनी जान जोखिम में डालकर आगे बढ़े हैं और हमेशा साबित किया है कि वे सीमाओं पर ‘सबसे मजबूत दीवार’ हैं। मोदी ने कहा क‍ि मेरे लिए वह जगह, जहां हमारे सुरक्षा बल तैनात हों, वह किसी मंदिर से कम नहीं है।

कब से जवानों संग मना रहे द‍िवाली

साल 2014 में सत्ता में आने के बाद से ही मोदी दिवाली मनाने के लिए सैन्य प्रतिष्ठानों का दौरा करते आए हैं। प्रधानमंत्री ने 2014 में सियाचिन ग्लेशियर पर सैनिकों के साथ दिवाली मनाई थी। इसके अगले वर्ष, पाकिस्तान के साथ 1965 के युद्ध की 50वीं वर्षगांठ पर उन्होंने पंजाब में तीन स्मारकों का दौरा किया था, जहां भारतीय सशस्त्र बलों ने भीषण लड़ाई लड़ी थी, जो देश की जीत में महत्वपूर्ण साबित हुई थी।

प‍िछले साल कहां मनाई थी द‍िवाली

वर्ष 2016 में मोदी ने चीन सीमा के पास सुमदोह में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), डोगरा स्काउट्स और सेना के कर्मियों से मिलने के लिए हिमाचल प्रदेश की यात्रा की थी। मोदी 2017 में उत्तर कश्मीर के गुरेज सेक्टर में थे, जबकि 2018 में उन्होंने उत्तराखंड के हर्षिल में दिवाली मनाने के बाद केदारनाथ की यात्रा की थी। साल 2019 में दोबारा प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी ने जम्मू-कश्मीर के राजौरी में दिवाली मनाई थी। 2020 में दिवाली पर वह लोंगेवाला की सीमा चौकी पर थे और 2021 में उन्होंने नौशेरा में सैनिकों के साथ यह त्योहार मनाया था। प्रधानमंत्री ने पिछले साल कारगिल में सशस्त्र बलों के साथ दिवाली मनाई थी।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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